20 दिन से बंद पड़े कैमरों का अब तक नहीं कराया सुधार
अस्पताल में भगवान भरोसे सुरक्षा,बंद पड़े संवेदनशील स्थानों के सीसीटीवी कैमरे
Junaid khan - शहडोल। जिला चिकित्सालय में मरीजों एवं नर्सिंग स्टॉप की सुरक्षा के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरा कई दिनों से बंद पड़े हैं। करीब पांच महीने पहले लाखों रुपए की लागत से लगाए गए कैमरे खराब होना शुरू हो गए हैं। रात होते ही यहां असामाजिकतत्वों का जमघट लग जाता है, कई बार मरीजों के मोबाइल चोरी, वाहन चोरी जैसी समस्या भी सामने आ चुकी है। इसके बाद भी प्रबंधन की तरफ से बंद पड़े कैमरों को सुधार के लिए ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। यही कारण है कि बीती रात प्रसूता वार्ड में हुए विवाद का फुटेज हाई क्वालिटी के लगाए गए थे कैमरे अस्पताल शहडोल के अलावा संभाग भर से मरीजों को आना होता है। यहां करीब हर रोज 1500 से 2000 हजार मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। सुरक्षा की दृष्टि से प्रबंधन ने करीब 5 महीने पहले पुराने सीसीटीवी कैमरों को निकालकर हाई क्वालिटी के 100 नए कैमरे पूरे परिसर में लगवाए थे। 20-25 दिनों से करीब 15 कैमरे बंद पड़े हैं। अस्पताल के कर्मचारी शॉर्ट सर्किट से कैमरा खराब होना बता रहे हैं। नहीं मिल सका और तीन बाद भी इस मामले में दोषियों पर ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी। कर्मचारियों ने बताया कि शॉर्ट सर्किट से 7-8 रिसीवर के साथ एक टीवी स्क्रीन भी खराब हो गया है। जिसे सुधार के लिए भेजा गया है।
यहां बंद पड़े कैमरे
अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि लगातार अस्पताल में हो रहीं थीं चोरियां अस्पताल में लगातार चोरियों की शिकायत आ रही थी। वार्ड में सबसे अधिक मरीजों का मोबाइल व पैसा पार हो रहा था, इसके साथ ही बाहर खड़ी मोटर साइकल भी चोरी हो रही थी। सुरक्षा के लिहाज से अस्पताल प्रबंधन ने उच्च क्वालिटी के कैमरे लगवाए थे, जिसके बाद इस पर लगाम लग गया था। पार्किंग व कुछ वार्डो को छोड़कर गायनिक विभाग के पूरे परिसर के साथ ही कई संवेदनशील स्थानों के कैमरे बंद पड़े हैं। यही कारण है कि बीती रात मानपुर से आई प्रसूता के उपचार को लेकर काफी हंगामा हुआ था। प्रसूता पक्ष ने डॉक्टरों पर आरोप लगाया और नर्सिंग स्टॉप की तरफ से प्रसूता पक्ष के लोगों पर अभद्रता का आरोप लगाया गया, लेकिन कैमरा बंद होने के कारण पुख्ता सबूत नहीं मिल सका।
इनका कहना है
अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे अंडर वारंटी होने के कारण कुछ उपकरणों को चेन्नई भेजा गया है। ठीक होकर आने के बाद शुरू किया जाएगा।
पूजा सोनी,सहायक प्रबंधक जिला चिकित्सालय,शहडोल