कही पुलिस अधिकारी पुलिस कर्मचारी को बचा तो नही रहे,डॉक्टर की हड्डियां टूटी और पुलिस कर रही अपने कर्मचारी को लाइन अटैच
पुलिस वालों की पिटाई से डॉक्टर की रीढ़ की हड्डी टूटी,चिकित्सक संघ ने की एफआईआर की मांग
Junaid khan - शहडोल। सोहागपुर थाना पुलिस ने डॉक्टर कृष्नेंद्र द्विवेदी की बेरहमी से पिटाई की, जिससे उनकी रीढ़ की हड्डी दो जगह से टूट गई। आरोपी पुलिसकर्मियों पर अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई। चिकित्सकों ने एसपी से मिलकर FIR, निलंबन और मजिस्ट्रियल जांच की मांग की है। मामला प्रदेशभर में चर्चा का विषय बना है।
पूरा मामला इस प्रकार
शासकीय जिला चिकित्सालय में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कृष्नेंद्र द्विवेदी के साथ सोहागपुर थाना के पुलिस कर्मियों ने इस बेरहमी के साथ पिटाई की है कि उनकी रीढ़ की हड्डी दो जगह से टूट गई है। जांच के बाद रविवार को जब उनकी मेडिकल रिपोर्ट सामने आई तब इस बात की पुष्टि हुई। वहीं एक सरकारी चिकित्सक के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले सोहागपुर थाना के आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। केवल इस मामले में मुख्य भूमिका में सामने आई एएसआई सुखवंत चतुर्वेदी को सोहागपुर थाना से पुलिस लाइन में अटैच कर दिया गया है। रविवार को इस संबंध में चिकित्सकों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर उनसे इस मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग भी रखी।
आधा दर्जन पुलिस कर्मियों ने लॉकअप में बंद करके डंडे एवं लात-घूंसों से मार-मारकर अधमरा कर दिया
विदित हो कि शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात्रि शासकीय जिला चिकित्सालय में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ डाक्टर कृष्नेंद्र द्विवेदी के साथ सोहागपुर थाना में पदस्थ एएसआई सुखवंत चतुर्वेदी, प्रधान आरक्षक हरेन्द्र सिंह द्वारा उनके घर होमगार्ड ग्राउंड के पास जमकर मारपीट की गई थी। इतना ही नहीं उन्हें पुलिस वाहन में जबरन बैठाकर सोहागपुर थाना ले जाया गया था, जहां एएसआई सुखवंत चतुर्वेदी, प्रधान आरक्षक हरेन्द्र सिंह समेत आधा दर्जन पुलिस कर्मियों ने लॉकअप में बंद करके डंडे एवं लात-घूंसों से मार-मारकर अधमरा कर दिया था। यह घटना उस वक्त घटित हुई थी, जब डॉक्टर द्विवेदी जिला अस्पताल से रात्रि में अपने घर लौट रहे थे। उसी दौरान रात्रि में पेट्रोलिंग ड्यूटी में तैनात सोहागपुर थाना में पदस्थ एएसआई सुखवंत चतुर्वेदी एवं प्रधान आरक्षक हरेन्द्र सिंह द्वारा उनके साथ मामूली कहासुनी के बाद मारपीट शुरू कर दी थी। इस घटना को पीड़ित डॉक्टर की पत्नी व परिवार के अन्य सदस्यों ने भी देखा है। इसके बाद से ही मारपीट में बुरी तरह घायल हुए डॉक्टर का मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा था। उनके शरीर में कई जगह चोट के गंभीर निशान दिखाई दे रहे हैं। आज जब डॉक्टर द्विवेदी की जांच रिपोर्ट सामने आई तो पता चला कि पुलिस की पिटाई के कारण उनके रीढ़ की हड्डी दो जगह से टूट गई है। साथ ही बैक में मशल्स में भी काफी गहरी चोट है।
पुलिस की पिटाई के कारण उनके रीढ़ की हड्डी दो जगह से टूट गई है। साथ ही बैक में मशल्स में भी काफी गहरी चोट है।
हड्डी रोग विशेषज्ञ के अनुसार रीढ़ की हड्डी को जोड़ने के लिए एक जटिल ऑपरेशन की जरूरत है ,अगर ऐसा नहीं किया गया तो डॉक्टर द्विवेदी को भविष्य में सीधा खड़ा रह पाना मुश्किल हो जाएगा। डंडे से मारपीट किए जाने के कारण मशल्स में गंभीर चोट है, जिससे उबरने में भी काफी समय डॉक्टर द्विवेदी को लग सकता है।
एसपी से मिलने पहुंचे चिकित्सक
घटना के चौबीस घंटे से भी अधिक समय गुजर जाने के बाद भी अब तक आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफआईआर के साथ साथ निलंबन व विभागीय जांच की कार्यवाही सुनिश्चित नहीं किए जाने के कारण जिले ही नहीं बल्कि प्रदेश भर के चिकित्सक संघ से जुड़े चिकित्सकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। रविवार को इसे लेकर चिकित्सकों के दल ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर अपनी बात रखते हुए दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ उनके निलंबन की कार्रवाई किए जाने की बात रखी। साथ ही पुलिस विभाग द्वारा इस मामले की कराई जा रही जांच पर असंतोष जताते हुए इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराने की मांग की है। सोमवार को इस संबंध में सम्भागायुक्त को भी चिकित्सक संघ द्वारा ज्ञापन सौंपा जाएगा।
पत्नी ने भेजी शिकायत
डॉक्टर द्विवेदी के साथ गुंडों की तरह थर्ड डिग्री का उपयोग करने वाले दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ अब तक कार्यवाही नहीं किए जाने से क्षुब्ध होकर उनकी पत्नी द्वारा इसकी लिखित शिकायत मुख्यमंत्री, डीजीपी, मानवाधिकार आयोग को भी भेजी गई है। साथ ही संभागायुक्त व कलेक्टर तथा एसपी को भी इसकी प्रतिलिपि प्रेषित की जा रही है।
अधूरा वीडियो बना चर्चा का विषय
जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि जैसे ही डाक्टर द्विवेदी के साथ मारपीट का वीडियों व उनके शरीर में आई गंभीर चोटों वाला वीडियो सामने आया तो कुछ घंटे बाद एक एडिट वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल होने लगा। इसमें डॉक्टर द्विवेदी व पुलिस कर्मी के बीच झूमा झटकी होना दिखाई दे रहा है, लेकिन जिस समय अपने घर के पास गाड़ी में बैठे डॉक्टर के वाहन की चाबी निकाली गई और गाली गलौज करते हुए पुलिस कर्मियों द्वारा मारपीट की गई, उसका वीडियो कट कर दिए जाने की बात सामने आई है। यह भी जांच का विषय है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने की मजिस्ट्रियल जांच की मांग
जिला चिकित्सालय के शिशु रोग विशेषज्ञ डाक्टर द्विवेदी के साथ हुई मारपीट की घटना को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष सुभाष गुप्ता ने ब्यान जारी करते हुए उक्त घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच कराई जानी चाहिए।