शाहकीय महाविद्यालय गोहपारू में व्याप्त अनियमित्ताओं के संबंध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन
Junaid khan - शहडोल। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन होने के नाते शिक्षा क्षेत्र के साथ-साथ समाज एवं राष्ट्र हित में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता आ रहा है। शासकीय महाविद्यालय गोहपारू में व्याप्त अनियमित्ताएं जो कि निम्न है।
1.यह है कि शासकीय महाविद्यालय गोहपारू के प्रभारी प्राचार्य डॉ मंगल सिंह द्वारा अपने अधीनस्थ सहायक प्राध्यापक डॉ राजकुमार महोबिया को Gem पोर्टल पर वायर बनाया एवं उनकी एक अन्य आईडी बनाकर एवं पासवर्ड अपने पास ही रखा गया प्राचार्य ने संबंधित सहायक प्राध्यापक डॉ राजकुमार महोविया को विश्वास में लेकर OTP लेते रहे एवं खरीददारी करते रहे खरीदारी की कोई भी सूचना डॉ राजकुमार महोविया को नहीं दी गई एवं उनसे आनन-फ़ानन में जब डॉ राजकुमार महोबिया किसी अन्य कार्य में व्यस्त रहते थे तो उनके हस्ताक्षर ले लेते रहे जब डॉ राजकुमार महोबिया को इस विषय में पता चला कि उनकी आधिकारिक शासकीय आईडी के अलावा प्राचार्य ने उनकी अन्य आईडी बनाकर वेंडर के साथ साझा की है तब उन्होंने एक साथी से अपनी आईडी का पासवर्ड बदलवाया एवं उनकी शिकायत अग्रणी महाविद्यालय के प्राचार्य के माध्यम से अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग एवं आयुक्त से की गई इसके उपरांत डॉक्टर महोबिया ने अपनी आधिकारिक ईमेल आईडी से भी अतिरिक्त संचालक एवं आयुक्त को शिकायत की गई जिसमें अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
2.यह है कि शासकीय महाविद्यालय गोहपारू के प्राचार्य डॉ मंगल सिंह द्वारा आउटसोर्स के विभिन्न पदों पर भर्ती की गई जिसका ना ही कोई विज्ञापन निकला गया और ना ही इंटरव्यू पैनल बनाया गया डॉक्टर मंगल सिंह द्वारा 13 लोगों की भर्ती की ओर उतने ही लोगों से आवेदन भी लिए गये। आउटसोर्स भर्ती में कोई भी पारदर्शिता नहीं रखी गई जिसकी जांच की जाए।
3.यह है कि शासकीय महाविद्यालय गोहपारू आउटसोर्सिंग से नियुक्त किए गए श्रेयांश मिश्रा लैब टेक्नीशियन (भौतिक शास्त्र) अहर्ता पूर्ण नहीं करते इसके अलावा सुमन द्विवेदी सहायक वर्ग -3 CPCT की दक्षता पूर्ण नहीं करती है।
4.यह है कि शासकीय महाविद्यालय गोहपारू मै आउटसोर्सिंग से नियुक्त किए गए नितेश कुमार मिश्रा लैब टेक्नीशियन जो युवक कांग्रेस के पदाधिकारी है एवं महाविद्यालय में राजनीति भी करते हैं रितेश कुमार मिश्रा जो की श्रेयांश मिश्रा लैब टेक्नीशियन (भौतिक शास्त्र) के सगे भाई हैं एवं सुमन द्विवेदी जो श्रेयांश मिश्रा की पत्नी है जिससे यह स्पष्ट होता है कि योजना बनाकर एक ही परिवार के तीन लोगों को प्राचार्य डॉ मंगल सिंह के द्वारा पैसे लेकर नियुक्ति की गई है।
5.यह है कि शासकीय महाविद्यालय गोहपारू प्रभारी प्रचार्य डॉ मंगल सिंह द्वारा अपने सगे संबंधियों को आउटसोर्सिंग भर्ती में नियुक्त किया गया जो लगातार छात्रों से अभद्रता करते हैं एवं प्राचार्य मेरे रिस्तेदार है जिसकी धौंस जमाते हैं।
6.यह है कि शासकीय महाविद्यालय गोहपारू में पदस्थ श्रेयांश मिश्रा लैब टेक्नीशियन (भौतिक शास्त्र) द्वारा महाविद्यालय में अध्यनरत छात्राओं से CCE एवं परियोजना कार्य के अंक विश्वविद्यालय के लेजर में चढ़वाने हेतु 2500 रुपए प्रति छात्र लिए गए हैं एवं श्रेयांश मिश्रा द्वारा छात्राओं से अभद्रता की जाती हैं उन्होंने धमकाया जाता है।जिसकी जांच कर कार्रवाई की जाए।
7.यह है कि शासकीय महाविद्यालय गोहपारू में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के बीए द्वितीय वर्ष की परीक्षा शासकीय महाविद्यालय गोहपारू केंद्र में चल रही थी यह की दिनांक 11/06/2025 को अर्थशास्त्र प्रथम पेपर के स्थान पर अर्थशास्त्र द्वितीय पेपर छात्र-छात्राओं को वितरित कर दिया गया एंव वह पेपर छात्रों द्वारा पढ़ भी लिया गया परंतु छात्रों द्वारा बताया गया कि यह पेपर दुशरा वितरित हो गया है तब छात्रों को पेपर बदलकर दिया गया।जो पेपर 13/06/2025 को था वह पेपर 11/06/2025 को ही बांट दिया गया जो पेपर लीक की श्रेणी में आता है अपनी लापरवाही छिपाने के लिए परीक्षा प्रभारी केंद्र अध्यक्ष ने वही लीक पेपर 13/06/2025 को करा दिया गया। जिसकी जांच कर कार्यवाही कि जाये। आपसे आग्रह है कि सभी विषयों की जांच कर कार्यवाही की जाये एंव प्राचार्य को किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित कर कार्यवाही की जाये।