पुलिस कहती आल इज वेल जगवानी थोक का लाइसेंस लेकर बेच रहा फुटकर बम पटाखे.....?
पुलिस की नाक के नीचे,शहर के बीचों बीच बेच रहे बम पड़ाके कभी भी हो सकती बड़ी घटना,कई जनता के घर हो सकते नष्ट,जिम्मेदार की क्यों लापरवाही,,,?
शहडोल। जिले में बैठे अधिकारी कर्मचारीयों के कारण भ्रष्टाचार में अव्वल शहडोल जिला एक बार फिर सुर्खियों में धनतेरस और दीपावली का त्यौहार का सीजन शुरू होते ही बम पटाखों की बिक्री तेज हो जाती है वहीं पुलिस विभाग राजस्व विभाग इन बम , पटाखों की दुकान का जांच कर निर्धारित भी करते हैं कि शहर के बिच कोई बड़ी अप्रिय घटना न हो जाए इसलिए बड़ी दुकान गोदाम शहर के बाहर कराती है वहीं छोटी छोटी फुटकर बिक्री के लिए अलग खुले में व्यवस्था कराती है पर शहडोल जिले में अगर देखा जाए तो अधिकारी कर्मचारीयों के लापरवाही के कारण शहर के बिच में थोक का लायसेंस दिखा कर फुटकर बिक्री कर रहे हैं दुकानदार और साहब कहते हैं आल इज वेल।अगर कोई अप्रिय घटना हो जाऐ तो जिम्मेदार कौन.....?
ईमानदार पुलिस के कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल,,?
शहडोल शहर की पुलिस व्यवस्था कितनी सक्रिय एवं अपने कार्य के प्रति ईमानदार और जागरूक हैं इस बात का खुलासा तब हो गया जब बम पटाखों की थोक लायसेंसी दुकान से फुटकर बिक्री होने लगी जब पुलिस के कर्मचारियों से बात की गई तो सीधे कहा गया कि सब ठीक है।सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की शह से जगवानी बेच रहा थोक का लाइसेंस दिखाकर फुटकर बम पटाखे पुलिस की शह से मिला जगवानी को शहर के बीचों बीच बम पटाखे बेचने का तौफा।
शहर के बीचों बीच कर रहे जगवानी व कई व्यपारी पुलिस के साथ मिलकर काम,,?
सूत्रों के मुताबिक कई सालों यह सब व्यापारी बम पड़ाके के काम को देते है अंजाम देते है जिन्हें न तो पुलिस का डर नाही इस चीज का की बीच शहर में काम करंगे तो बड़ी घटना से जनता का क्या होगा पर इनको पैसे कमाने से मतलब है किसी का भी घर जले लोग मरे इनसे कोई मतलब नही लाखो करोड़ो कमाओ और अधिकारियों को बाँटो और सब काम करो,आपको बताते है यह करते है लाखो करोड़ो के काम कई सालों से चलते इनके काम त्योहार हो या शादी पार्टी हमेशा मिलेगा इनके पास बारूद बूम पड़ाके,1 वीनू आहूजा किरन टाकीज छपरा क्योटर के पास,2 राजू बजाज घरौला मोहोल्ला कटारे मोहल्ला,3 नितिन जैसवाल डॉ बारिया के सामने स्टेसन रॉड गुरुकृपा डेयरी के सामने,4 लाला बस स्टैंड किराना दुकान मछली ग्राउंड के सामने,5 जगवानी ब्रदर्स त्रिदेव होटल के पीछे,6 जगवानी जनरल एजेंसी अवस्ती टाल के पीछे,7 पप्पू किराना बढ़ई मोहोल्ला घरौला मोहोल्ला,8 मुन्ना जयस्तंभ के पास,9 राहुल गुप्ता न्यू बस स्टैंड रोड बबलू डेयरी के आस पास,10 आलोक गुप्ता सोखी मोहोल्ला,11 सिंहपुर रोड एफ सी आई गुदाम किराना दुकान दूध डेयरी के सामने,12 मोनू किराना सिंहपुर रोड सेन्जूस स्कूल के आगे एटीएम के बगल रोड से,व अन्य जितने लोग इस समय त्योहार को देखते दुकाने लगाते है इन सभी लोगो के घरों में या अलग से गुदाम बनाया हुआ है जोकि हमेशा माल लाखों करोड़ों का गलाते है इनके घरों व गुदाम में जांच की जाए तो पुलिस एक बड़ा बारूद बूम पड़ाके का माल मिल सकता है पर सूत्र कहते है पुलिस को सब जानकारी होने के बाद भी कार्यवाही नही करती है सब सेट होता है ऊपर से लेकर नीचे तक जगवानी सभी को सेट करवा देता है पर पुलिस की लापरवाही एक बड़ा विस्पोट करायेगी वह दिन दूर नही,
पुलिस को जानकारी सब पर कार्यवाही शुन्य
सूत्रों की माने तो पुलिस प्रशासन को सभी जानकारी होने के बावजूद भी शहडोल शहर में बम पटाखों के बड़े-बड़े व्यापारियों के ऊपर नही होती कार्यवाही जो शहर के बीचों बीच बारूद जैसी चीजों की बिक्री बे रोक टोक धड़ल्ले से कर रहे है, सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि आखिर ऐसा क्यों बड़े तथा दबंग के सामने फुस्सी बम बन जाती हैं शहडोल पुलिस जैसा दबंग कहते वैसा करती आखिर क्यों सब नियम कानून जान कर आंख में पट्टी बांध लेते हैं और अंध्धे बन जाते हैं आखिर क्यों। क्या किसी अप्रिय घटना का इंतजार कर रही है शहडोल शहर की पुलिस क्या इन सब भ्रष्टाचार से अनजान है पुलिस कप्तान ऐसे कई सवाल पुलिस की कर प्रणाली पर उठ रहे हैं शहडोल मुख्यालय में इस तरह का भ्रष्टाचार चरम पर है और पुलिस कप्तान शांत बैठे हैं आखिर क्यों।
बम पटाखे मिठाई खिलाकर अधिकारियों को जगवनी कई सालों से कर रहा व्यापार
सूत्रों की माने तो कई सालों से जगवानी का यह व्यापार बड़े अधिकारियो को बम पटाखे व मिठाई भेज कर धड़ल्ले से काम कर रहे है कभी अवस्ती टाल के पीछे से तो कभी त्रिदेव होटल के पीछे से लाखों करोड़ो के माल गलाते है।सूत्र बताते है कि शहर के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के रिस्तेदारो की दुकान व गोदाम है,इस लिए पुलिस हाथ नही डालती है,अब देखना यह होगा कि क्या सही अध्यक्ष शाहब का इतना खोफ है कि पुलिस को या फिर पुलिस कप्तान कुछ एक्सन लेंगे,पर पुलिस प्रशासन केवल छोटी मोटी कार्यवाही करके अपनी पीठ थापा कर अपनी वाह वही लूट रही है ताकि समय पर गिफ्ट त्योहार में पहुँच जाए। सबसे बड़ा सवाल यह है कि शहडोल मुख्यालय में बैठे पुलिस कप्तान क्या ऐसे बड़े व्यापारियों पर कार्यवाही करेंगे या फिर जगवनी का सालों से चल रहा सिस्टम यूं ही बरकरार रहेगा और धड़ल्ले से शहर के बीचो-बीच घनी आबादी वाली जगहों पर पटाखे बिकेंगे।