उल्लास नव भारत सक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत असाक्षरों का सर्वे करने हेतु कलेक्टर ने दिए निर्देश

उल्लास नव भारत सक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत असाक्षरों का सर्वे करने हेतु कलेक्टर ने दिए निर्देश 


Junaid khan - शहडोल। 15 मई 2025-  जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी श्रीमती सावित्री सोनी ने जानकारी दी है कि  राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों के अनुसार 15 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के असाक्षरों को नवसाक्षर करने हेतु प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अन्तर्गत वर्ष 2027 तक प्रदेश को पूर्ण साक्षर किये जाने का लक्ष्य है। इस हेतु विद्यालयों, महाविद्यालयों, एन.सी.सी.एन.एस.एस., स्काउट गाईड, बी.एड, डी.एड के छात्र-छात्राओं की मदद से ग्राम एवं वार्ड स्तर की प्रत्येक घर के असाक्षर व्यक्तियों का ऑनलाईन तथा आफलाईन शत- प्रतिशत सर्वे कराया जाना है। प्रदेश में साक्षरता दर बढ़ाने हेतु भारत सरकार के निर्देशानुसार संचालित उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अन्तर्गत अगस्त 2025 की संभावित साक्षरता परीक्षा की तैयारी हेतु  कलेक्टर डॉ केदार सिंह ने निर्देश दिए हैं कि जिले में नवीन शिक्षा सत्र 2025-26 के साथ-साथ उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत समस्त ग्राम/वार्ड के समस्त घरों का डोर टू डोर सर्वंे  का कार्य 1 अप्रैल 2025 से प्रारम्भ किया गया है। सर्व कार्य को सफल बनाने हेतु शासकीय एवं अशासकीय सभी विद्यालयों के शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं का सहयोग लिया जाए। सर्वे के दौरान अभी तक की मूल्यांकन परीक्षाओं में उत्तीर्ण नवसाक्षरों को कार्यक्रम से जुड़े रहने के लिए प्रेरित करें। साथ ही उन्हें उनकी आवश्यकतानुसार शासकीय योजनाओं की जानकारी भी दी जाए। नव भारत उल्लास साक्षारता कार्यक्रम का उद्देश्य असाक्षरों को शिक्षा के महत्व को समझाना एवं उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम से जुड़ने हेतु प्रेरित करना है। सर्वे के दौरान असाक्षरों के साथ-साथ जागरूक व्यक्तियों एवं छात्र-छात्राओं को अक्षर साथी बनने हेतु प्रेरित करने एवं एन आई. एल.पी. आनलाईन एप्प में रजिस्टर्ड होने की जानकारी देकर उनका पंजीयन करवाने का कार्य किया जाए। सप्ताह में एक दिन संकुल सह समन्वयक अपने संकुल अन्तर्गत साक्षरता का कार्य करने हेतु अपने विद्यालय में लिखित सूचना देकर साक्षरता संबंधी कार्य करेगे। सर्वे कार्य प्रक्रिया में प्रत्येक ग्राम, वार्ड के सामाजिक चेतना केन्द्र के नोडल अधिकारी एवं कार्यक्रम में सहयोग कर रहे व्यक्तियों को यूनेस्को के अनुसार साक्षरता की परिभाषा एवं 2011 की जनगणना के अनुसार अभी तक योजनाओं में उत्तीर्ण नवसाक्षरों के उपरांत शेष बचे असाक्षरों की संख्या की जानकारी ली जा रही है। ग्राम तथा वार्ड के आंगनवाडी केन्द्रों से स्थानीय असाक्षरों की नामजद जानकारी प्राप्त की जाए । स्थानीय बीएलओ से असाक्षर लोगों की नामजद जानकारी प्राप्त की जाएगी। ग्राम/वार्ड स्तर के बैंकों से उन लोगों की सूची प्राप्त की जाए जो हस्ताक्षर नही करते हैं। नोडल अधिकारी अपने ग्राम के सभी शिक्षकों, छात्र-छात्राओं एवं अक्षर साथियों के साथ ग्राम का एक नजरी नक्शा तैयार कर शिक्षकों एवं जहा-जहा छात्र-छात्राए रहते है उनकी टीम बनाकर असाक्षरों के सर्वे की जबाबदारी सौपी जायेगी। नोडल अधिकारी सर्वेकर्ता शिक्षक एवं अक्षर साथी को एनआईएलपी एवं एम पी मोबाईल एप्प के माध्यम से सर्वे की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया जाए।

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