किससे करे फरियाद,कांग्रेसी पार्षदों मौन,लोगो मे आक्रोश
सैकड़ों परिवार के घर होंगे बर्बाद, सड़क चौड़ीकरण के लिए नपा ने गरीबों के घर तोड़ने का नोटिस
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Junaid khan - शहडोल। जिले में सड़क चौड़ीकरण के लिए सड़क के किनारे बने लगभग 02 सौ मकानों को तोड़ने का धनपुरी नगर पालिका ने नोटिस जारी किया है। इस नोटिस के मिलने के बाद से लोगों की नींद उड़ गई है। जीवन भर मेहनत कर पाई पाई जोड़कर बनाए गए मकान अब रह वासियों के हलक में फंसकर रह गए हैं।बड़ी मुश्किल से बना मकान अब तोड़ने के लिए विवश होना पड़ रहा है। आलम यह है कि लोगों के पास पूर्व में निर्मित मकानों को तोड़ने की व्यवस्था भी नहीं है, फिर वह नया मकान बनाएंगे कहां से। इन सड़क किनारे बसे परिवारों की फरियाद सुनने वाला भी कोई नहीं है उम्मीद की जा रही थी कि विपक्ष की भूमिका निभा रहे उनके वार्ड से निर्वाचित कांग्रेस पार्षदों द्वारा नगर पालिका की इस मनमानी का विरोध किया किया जाएगा लेकिन वह तो ऐसा लगता है की घूंघट डालकर बैठ गए हैं वजह जो भी हो कांग्रेस पार्षदों की इस बेरुखी से वार्ड वासी सकते में नजर आ रहे हैं। धनपुरी में सड़क किनारे बने मकानों को तोड़ने की नोटिस मिलने के बाद लोग परेशान है लेकिन आश्चर्यचकित भी हैं कि आखिर कैसे नगर पालिका के अनैतिक कार्य में कांग्रेस के पार्षद भी साथ दे रहे हैं। दरअसल जिस क्षेत्र के लोगों को घर तोड़े जाने की नोटिस जारी किया गया है उस क्षेत्र में कांग्रेस के पार्षदों की संख्या 4 से 5 है। कांग्रेस के पार्षद भी चुप्पी साधे बैठे हैं और इस गैर जरूरी कार्य का विरोध नहीं कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष गुप्ता से आस लगा रखी है कि वह इस मामले में अपने पार्षदों को नसीहत देकर स्वयं भी कुछ ठोस पहल जरूर करेंगे वरना धनपुरी के कांग्रेस पार्षदों है तो चुनाव के बाद से ही अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया था।
जरूरी नहीं है रोड का चौड़ीकरण
प्राप्त जानकारी के अनुसार रीवा अमरकंटक राजमार्ग के नाम पर किस सड़क को चौड़ीकरण किए जाने का प्रस्ताव नगर पालिका द्वारा लाया गया है क्योंकि नगरीय आबादी क्षेत्र है इसलिए यहां पर डिवाइडर लगाकर मॉडल रोड बनाया जाना है लेकिन जैसी कि जानकारी सामने आ रही है कि एमपीआरडीसी अमरकंटक मार्ग का निर्माण कर रही है और यह मार्ग देवहरा होकर निकलेगा। इसका तात्पर्य है कि शहडोल से जिन लोगों को अमरकंटक जाना होगा उन्हें धनपुरी आने की आवश्यकता नहीं होगी। वह बुढार मैं प्रवेश करने के पहले ही रुंगटा कालरी होते हुए अमलाई रेलवे स्टेशन के सामने से देवहरा होते हुए अमरकंटक जाएंगे। धनपुरी नगर पालिका ने अमरकंटक मार्ग के नाम पर जिस सड़क के चौड़ीकरण का काम हाथ में लिया है वह सड़क धनपुरी के बाहर निकालने के साथ ही समाप्त हो जाएगी। क्योंकि उससे आगे खदानें हैं और खदानों के बीच से आम रास्ता नहीं बनाया जा सकता है। कालरी के बीच का रास्ता सिर्फ उन वाहनों के लिए है जिससे कोयल का परिवहन होता है।
तो बने बायपास रोड
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मॉडल रोड के नाम पर लोगों के घर गिराने पर आमादा नगर पालिका के कर्ताधर्ताओं ने आनन फानन में सड़क चौड़ीकरण के नाम पर लोगों के घर गिराने का निर्णय तो ले लिया लेकिन यह कतई आवश्यक नहीं है। यदि स्टेट हाईवे ही बनाना है तो आबादी के बाहर बाईपास रोड का निर्माण किया जाना चाहिए जिससे नगर के विकास को गति मिलेगी और लोगों को आर्थिक क्षति का सामना भी नहीं करना पड़ेगा। बायपास रोड बनाने का प्रस्ताव देने के बजाय नगर पालिका के कर्ताधर्ताओं ने अपनी खुद की कमाई के फेर में आम नागरिकों की संपत्ति और जीवन को खतरे में डालने का दुश्चक्र रचा है जिसका स्थानीय नागरिक पुरजोर विरोध करने को तैयार हैं।
लोगों में आक्रोश
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्थानीय लोगों ने नगर पालिका परिषद धनपुरी को चेतावनी दे दी है। उन्होंने कहा है कि अगर धनपुरी वासियो के मकानों को तोड़ा गया तो वे इसका विरोध करेंगे,और आंदोलन होगा। धनपुरी नगर के लोग लंबे समय से उन मकानों में निवास कर रहे हैं जिन्हें तोड़ने के लिए नगर पालिका ने नोटिस जारी किया है।
कांग्रेसी वार्ड इसलिए नोटिस दिया
बताया जा रहा है कि नगर पालिका परिषद कार्यालय के पास स्थित नरगड़ा नल के पास से लेकर चार नंबर तक सभी वार्ड कांग्रेस के हैं, और यही कारण है कि नगर पालिका परिषद द्वारा इन वार्डो के निवासियों को परेशान करने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि इन सभी चार वार्डो में 70 प्रतिशत से ज्यादा आबादी कांग्रेस समर्थक है, और यही कारण है कि कांग्रेस का समर्थन करने की वजह से लोगों को परेशान करने की नीयत से मकान तोड़ने का नोटिस जारी किए गए हैं। जबकि अब कांग्रेस ने ही लोगों का साथ छोड़ दिया है और उन्हें बेघर होते हुए देखने को तैयार है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आवश्यकता पड़ने पर इस मामले को लेकर बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे।
होगा बड़ा विरोध
यदि नगर पालिका परिषद द्वारा नोटिस वापस नहीं लिया जाता है और सड़क चौड़ीकरण के नाम पर धनपुरी नगर वासियों के मकान तोड़े जाते हैं तो बड़ा आंदोलन होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। बताया जा रहा है कि इस मामले को लेकर वे सभी लोग निरंतर एक दूसरे से संपर्क कर रहे हैं, जिन्हें नोटिस जारी किया गया है। एक जानकारी के अनुसार लगभग 200 परिवारों को यह नोटिस जारी किया गया है। इतनी बड़ी संख्या में लोगों के मकान यदि तोड़े जाते हैं तो धनपुरी नगर पूरी तरह से उजड़ जाएगा। इस मामले पर भी गंभीरता से नगर पालिका परिषद को ध्यान देना चाहिए। उधर कांग्रेस नेता प्रदीप सिंह का कहना है कि वह किसी पर भी अन्याय नहीं होने देंगे और जारी किए गए नोटिस को लेकर पुरजोर विरोध करेंगे।