पार्षद व नंदी गौ सेवा संस्थान के सदस्यों द्वारा निराश्रित बुजुर्ग महिला का किया अंतिम संस्कार
Junaid khan - शहडोल। कल्याणपुर, में विगत 30 वर्षो से एक बुजुर्ग महिला निवासरत रही। जिनका अपना कोई नहीं था। लोगो ने बताया कि एक टूटी-फूटी झोपड़ी में यह बुजुर्ग माताजी रह रही थी। जिनका अपना कोई भी नात-रिश्तेदार नहीं रहा। काफी दिनों से असहाय और बीमार हो गयी थी। और अचानक वृद्ध माता कि ह्रदय घात से मृत्यु हो गयी इस दौरान उमस और तपन भरी गर्मी के कारण बुजुर्ग महिला का शरीर जल चुका था। आर्थिक रूप से कमजोर, असहाय, निराश्रित व्रृद्धा के पास जीवन जीने के का साधन मांगना खाना था और इसके अलावा कुछ नही था। बुजुर्ग की म्रृत्यु के बाद आसपास के लोगों के माध्यम से वार्ड पार्षद सिल्लू रजक को इस बात की सूचना दीं और सुचना मिलने पर तत्काल उस बृद्ध माता के घर कल्याणपुर पहुँचकर वस्तुस्थिति को समझते हुये पुलिस को सूचना दी। टीआई राघवेंद्र द्विवेदी ने मौका मुआयना कर समस्त कानूनी प्रक्रिया पूरी कर शव के अंतिम संस्कार की अनुमति दी। इसके पश्चात पार्षद सिल्लू रजक ने नंदी गौ सेवा के सदस्य तथा अपने परिचितों के सहयोग से बुजुर्ग माताजी के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की। रंजीत बशाक जी के द्वारा शव वाहन व्यवस्था कि गयी और उसी शव वाहन के माध्यम से शव को कल्याणपुर शमशान में लाकर अन्य उपयोग में आने वाली सभी सामग्रियों की पूरी व्यवस्था कर मिट्टी दीं गई। इस दौरान गौ सेवक विकास जोतवानी लकी वर्मा भुरू केवट सीबू खान शिवम् राजपूत एवं अन्य सहयोगी उपस्थित रहें निराश्रित बुजुर्ग माताजी के अंतिम संस्कार का यह पल अत्यंत भावुक रहा। सिल्लू रजक ने बताया कि ये बुजुर्ग माताजी की स्थिति काफी दयनीय रही। इनका अपना कोई भी नात-रिश्तेदार नहीं रहा था घूमते-फिरते जो भी कोई खाने को देता था उसी से जीवन बसर कर रही थी। आज इनका अंतिम संस्कार करते हुये मन भर आया। पार्षद सिल्लू रजक के ने कहा कि हमें निश्चित रूप से अपने जीवन में थोड़ा सा समय निकाल कर। सामाजिक कार्य करते रहना चाहिए। हमारे धार्मिक मनातानुसार कोई भी लावारिस शव का अंतिम संस्कार करने से पुण्य के साथ ही असीम शांति मिलती है। पार्षद द्वारा आपसी सहयोग से किये गये इस पुनीत कार्य की सभी ने प्रशंसा की।
