जिला अस्पताल में संक्रमण की अनदेखी सामान्य मरीजों के बीच भर्ती कर रहे टीबी के मरीज
Junaid khan - शहडोल। जिला चिकित्सालय में टीबी सहित एमडीआर जैसे मरीजों का संक्रमण अन्य मरीजों में फैलने का अंदेशा बना हुआ है। इसकी वजह यह है कि संक्रमित मरीजों को भर्ती करने वाला आइसोलेशन वार्ड मेडिकल और और आर्थो वार्ड के बीच में बनाया गया है। जानकारी के अनुसार वर्तमान में उक्त आइसोलेशन वार्ड में टीबी व एमडीआर के 2-2 मरीजों को भर्ती करके रखा गया है। विशेषज्ञों के अनुसार एमडीआर (मल्टी ड्रग रजिस्ट्रेंट) वे मरीज होते हैं जिन पर सामान्य दवा कारगर नहीं होती, ये भी संक्रमण वाले होते हैं। इन दोनों मरीजों को ब्यौहारी व जयसिंहनगर से यहां भेजा गया है। जबकि उन्हें वहीं रखकर इलाज किया जा सकता है। इसी प्रकार टीबी की बीमारी संक्रमण वाली कही जाती है। दोनों किस्म के मरीजों के लिए जो वार्ड है, वहां से होकर मेडिकल वार्ड आना-जाना होता है। गौरतलब है कि गत दिवस कलेक्टर द्वारा आइसोलेशन वार्ड अलग से बनाए जाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिला स्तर पर अलग से टीबी विभाग बना हुआ है। इस विभाग के जिला अधिकारी डॉक्टर की पदस्थापना भी है। जिसमें कई स्टॉफ कार्यरत हैं। पूर्व में उसी भवन में वार्ड बनाकर मरीजों को भर्ती किया जाता था। लेकिन अब बंद कर दिया गया। जानकारी के अनुसार कई स्टॉफ तो केवल हाजिरी लगाने आते हैं। अधिकारी द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इनका कहना है
टीबी मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया जाएगा। मौजूदा टीबी विभाग में ही बनाने के लिए पत्राचार किया गया है।
डॉ. शिल्पी सराफ सिविल सर्जन जिला शहडोल