जल जीवन का अभिन्न घटक इसकी प्रत्येक बूंद को बचाना हमारी आवश्यकता और अनिवार्यतारू-उपमुख्यमंत्री श्री शुक्ल

जल गंगा संवर्धन कार्यक्रम में सागर के भूतेश्वर बावड़ी कुआँ सफाई अभियान में हुए शामिल


Junaid khan - शहडोल। 13 जून 2025- उप मुख्यमंत्री एवं सागर ज़िले के प्रभारी मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि ऐतिहासिक मंदिरों के आस-पास नदी, तालाब, बावड़ी, कुआँ, आदि जलस्रोत रहते हैं। इन्हें संरक्षित करना हमारा कर्तव्य है। ये जलस्रोत मंदिर में जल आपूर्ति करने के साथ ही आवश्यकता पड़ने पर स्थानीय निवासियों की जल मांग को भी पूरा करते थे। आज इनमें से कई जल स्रोत लगभग विलुप्ती की कगार पर हैं और अत्यधिक प्रदूषित भी हैं। जल जीवन का अभिन्न घटक है और इसकी प्रत्येक बूंद को बचाना हमारी आवश्यकता और अनिवार्यता है। इसके लिए छोटा हो या बड़ा प्रत्येक जल स्रोत का संरक्षण हमें करना चाहिए। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने जल गंगा संवर्धन अभियान में सागर के भूतेश्वर मंदिर प्रांगण में जनप्रतिनिधियों के साथ प्राचीन जलस्रोत की साफ-सफाई की। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने भूतेश्वर महादेव मंदिर में जन प्रतिनिधियों सहित पूजा-अर्चना की और सभी सागर जिला एवं प्रदेशवासियों हेतु मंगल कामना की। उन्होंने भूतेश्वर मंदिर में बने प्राचीन बावड़ी कुआँ से फूल पत्ती कचरा आदि निकाल कर सफाई एवं जीर्णाेद्धार का अभियान प्रारम्भ किया। उन्होंने भूतेश्वर मंदिर प्रांगण के विकास कार्यों की जानकारी ली और कहा कि प्राचीन सिद्ध स्थलों व मंदिरों का संरक्षण महत्वपूर्ण है। बताया गया कि भूतेश्वर महादेव मंदिर सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर पत्थरों से निर्मित किया जा रहा है। यहां मौजूद बावड़ी कुआँ के आकार की है जो कि बहुत प्राचीन है। उन्होंने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत नगर पालिक निगम सागर द्वारा लगभग 100 कुओं की साफ-सफाई कर इन्हें पुनः उपयोगी बनाया जा रहा है इनके जल को पीने योग्य बनाने हेतु किये जा रहे सफाई व जीर्णाेद्धार कार्य और ऐतिहासिक जलस्रोतों के संरक्षण का यह कार्य सराहनीय है।

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