किराना दुकान की आड़ में पान मसाला–सिगरेट का अवैध कारोबार, 3 से 5 करोड़ की टैक्स चोरी उजागर

शहडोल जिले में एंटी इवेजन की कार्रवाई, बिना बिल कारोबार से करोड़ों की जीएसटी चोरी पकड़ी 

दो दिन से जारी छापेमारी में बड़े फर्जीवाड़े के संकेत, जब्त दस्तावेजों से बढ़ सकता है टैक्स चोरी का आंकड़ा


Junaid khan - शहडोल। जिले के बुढ़ार में स्थित फर्म मां शारदा ट्रेडर्स पर एंटी एविजन ब्यूरो जबलपुर की 14 सदस्यों वाली टीम ने छापा मारा। इस दौरान लभगभ तीन करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी गई है। यह कार्रवाई बुधवार से चल रही है और दूसरे दिन भी छापामार टीम दस्तावेज खंगालती रही है। टीम के अधिकारियों का दावा है कि अभी जीएसटी चोरी का आकड़ा बढ़ेगा, क्योंकि अब जो दस्तावेज जब्त हुए है, उसके अनुसार मामला बड़ा है। टीम के मुताबिक फर्म के संचालक जय जगवानी लंबे समय से किराना दुकान और दूध के फूड प्रोडक्ट विक्रय करने की आड़ में पान मसाला, सिगरेट का व्यापार करते थे। अनेक कंपनियों के माध्यम से कई प्रदेशों में पान मसाला, सिगरेट का क्रय-विक्रय बिना बिल के करके टैक्स चोरी कर रहे थे। बुढ़ार से ही शिकायतें मिली थीं कि जय जगवानी किराना दुकान की आड़ में पान मसाला का बड़ा कारोबार कर अवैध तरीके से कर रहे है। कई बार खरीदारों ने बिल की मांग की, लेकिन वो कागज की सामान्य पर्चियों पर ही क्रय-विक्रय करके जीएसटी की चोरी कर रहे थे। एंटी इवेजन टीम ने शिकायतों का अपने स्तर से सत्यापन किया और बुधवार को सुरक्षा के बीच अचानक फर्म में छापामार दिया। व्यवसायी को दस्तावेज भी इधर-उधर करने का मौका नहीं मिला और करोड़ों की टैक्स चोरी पकड़ी गई। उल्लेखनीय है कि जिले में अनेक ऐसे व्यवसाई हैं जो क्रय-विक्रय के जीएसटी के बिल नहीं काटते हैं। यदि एंटी इवेजन टीम संभागीय मुख्यालय शहडोल में भी छापामार कार्रवाई करे तो कई सामने आ जाएंगे। यहां भी अनेक पान मसाला व गुटका कारोबारी हैं जो जीएसटी की चोरी कर रहे है। इनका व्यापार भी किराना व किसी अन्य दुकान की आड़ में चल रहा है। एंटी इवेजन ब्यूरो जबलपुर की संयुक्त आयुक्त याचना पाठक ने बताया कि बुढ़ार में पान मसाला, सिगरेट की फर्म में छापे की कार्रवाई कल से जारी है। मां शारदा ट्रेडर्स में बिना बिल के करोड़ों की खरीदी-बिक्री सामने आई है। अभी तक जो दस्तावेज जब्त हुए उसके अनुसार तीन से पांच करोड़ रुपये तक की टैक्स चोरी का अनुमान है। हालांकि अभी स्पष्ट नहीं है, क्योंकि रिकार्ड जब्त कर जबलपुर ले जा रहे हैं और वहां पूरी जांच के बाद ही तय होगा कि कितने टैक्स की चोरी की गई।

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