कप्तान के बंगले के सामने खुलेआम मारपीट, कानून-व्यवस्था पर फिर उठे सवाल

कप्तान के बंगले के सामने खुलेआम मारपीट, कानून-व्यवस्था पर फिर उठे सवाल 


Junaid khan - शहडोल। जिले में पुलिस का खौफ लोगों में खत्म होता नजर आ रहा है। इसका ताजा उदाहरण उस समय सामने आया जब जिले के पुलिस कप्तान के बंगले ठीक सामने और शहडोल जोन के डीआईजी कार्यालय के ठीक बगल में स्थित भगत सिंह परिसर में खुलेआम मारपीट की घटना हो गई। दुकान लगाने को लेकर हुए मामूली विवाद ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया और लोग सरेआम एक-दूसरे पर टूट पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद के बाद कुछ लोगों ने एक युवक को घेर लिया और लात-घूंसे व मुक्कों से जमकर पिटाई की। यह मारपीट कई मिनट तक चलती रही। घटना स्थल पर मौजूद लोग तमाशबीन बने रहे, बाद में कुछ लोगों ने हिम्मत कर बीच-बचाव किया। हो-हल्ला सुनकर पास में मौजूद महिला थाना और अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, जिनमें से एक पुलिसकर्मी ने हस्तक्षेप कर किसी तरह स्थिति को नियंत्रित किया, तब जाकर मामला शांत हुआ। हैरानी की बात यह रही कि घटना पुलिस के अति संवेदनशील क्षेत्र में होने के बावजूद कोतवाली स्टाफ ने मीडिया से बातचीत में इस मामले की जानकारी से ही इनकार कर दिया। थाना प्रभारी से इस संबंध में संपर्क नहीं हो सका। वहीं मारपीट के दौरान कुछ लोगों ने वीडियो भी बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों बस स्टैंड पर यातायात व्यवस्था संभाल रहे एक पुलिस आरक्षक को बस से कुचल दिया गया था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने यातायात थाना प्रभारी संजय जायसवाल को निलंबित करने की मांग भी की थी और शहर की यातायात व्यवस्था पर सवाल उठाए थे। अब एक बार फिर सड़क किनारे ठेला लगाने को लेकर विवाद और मारपीट की घटना ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं। खासकर कप्तान के निवास के ठीक सामने इस तरह की घटना होना पुलिस की कार्यप्रणाली और प्रभावशीलता पर बड़ा सवाल बन गया है।

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