शरीर को गर्म एवं स्वस्थ रखने का कारगर तरीका है योग-योगाचार्य शिवाकान्त शुक्ला
Junaid khan - शहडोल। सर्दी का मौसम अक्सर शरीर में सुस्ती और अकड़न लेकर आता है, जिससे कई प्रकार की बीमारियाँ हो सकती हैं। ऐसे में योग और प्राणायाम न केवल हमारे शरीर को गर्म रखते हैं, बल्कि प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत करते हैं। नियमित रूप से कुछ विशेष योगासन और प्राणायाम के अभ्यास से आप ठंड के प्रभावों को कम कर सकते हैं और पूरे मौसम सक्रिय रह सकते हैं। शरीर को गर्म रखने वाले प्रमुख योगासन जो रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाते हैं, जिससे शरीर के आंतरिक अंगों में गर्मी पैदा होती है। सूर्य नमस्कार : यह 12 आसनों का सम्पूर्ण व्यायाम है, जो पूरे शरीर को सक्रिय करता है, लचीलापन बढ़ाता है और आंतरिक गर्मी पैदा करने का सबसे प्रभावी तरीका है एवं शरीर को तुरंत ऊर्जावान बनाता है। भुजंगासन :यह आसन छाती को फैलाता है, पाचन में मदद करता है और शरीर में गर्मी पैदा करता है। यह श्वसन प्रणाली के लिए भी फायदेमंद है। जो अस्थमा जैसे रोगों से बचाता है। उत्कटासन : जांघों, कूल्हों और पिंडलियों को लक्षित करता है, जिससे निचले शरीर में रक्त प्रवाह और गर्मी बढ़ती है। यह सर्दियों की अकड़न को दूर करने में प्रभावी है वीरभद्रासन II : यह पोज़ कूल्हों और छाती को खोलते हुए पैरों को टोन करता है। इसे कुछ देर तक रोककर रखने से सहनशक्ति बढ़ती है और शारीरिक ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। धनुरासन : यह छाती और पेट के अंगों को खोलता है, रक्त परिसंचरण में सुधार करता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। उष्ट्रासन : यह छाती और फेफड़ों को फैलाता है, जिससे ताज़ी ऑक्सीजन का संचार होता है और शरीर में गर्माहट आती है। प्राणायाम :योग में श्वास अभ्यास या प्राणायाम शरीर की 'आंतरिक अग्नि' को प्रज्वलित करने के लिए जाने जाते हैं। कपालभाति प्राणायाम : इसमें पेट की मांसपेशियों का उपयोग करके तेज़ी से सांस बाहर निकाला जाता है। यह चयापचय को उत्तेजित करता है, गर्मी उत्पन्न करता है, और श्वसन प्रणाली को साफ करता है। भस्त्रिका प्राणायाम : यह एक शक्तिशाली अभ्यास है जिसमें लोहार की धौंकनी की तरह तेज़ी से और बलपूर्वक सांस लेना और छोड़ना शामिल है। यह शरीर की गर्मी को बढ़ाता है, ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है, और बलगम को साफ करने में मदद करता है। सूर्य भेदन प्राणायाम : इसमें दाहिनी नासिका से गहरी सांस लेना और बाईं नासिका से सांस छोड़ना शामिल है। दाहिनी नासिका को "सूर्य नाड़ी" माना जाता है, जिसे सक्रिय करने से शरीर में गर्मी पैदा होती है और सुस्ती भगाने में मदद मिलती है। अभ्यास के लिए कुछ सुझाव : योग को किसी योग्य योग शिक्षक के मार्गदर्शन में सीखना सबसे अच्छा है ताकि उचित और सुरक्षित अभ्यास सुनिश्चित हो सके। योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाकर, आप न केवल ठंड से बच सकते हैं, बल्कि इस मौसम में भी स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली का आनंद ले सकते हैं।

