जिस तरह से आवास निर्माण में एवं दुकान निर्माण में गलतियां की गई हैं।वह भी अपने आप में कम नहीं गौरतलब है।
शहडोल। बलपुरवा में सरकारी जमीन पर किए जा रहे अतिक्रमण एवं नगर पालिका द्वारा जिन दस्तावेजों को सामने रखा गया है।उस आधार पर यह स्पष्ट हुआ है कि बिना अनुमति के सड़क के किनारे मकान बना दिए गए।गौरतलब है कि बलपुरवा पटवारी हल्का स्थित वार्ड नंबर 17 एवं 22 में आराजी खसरा नंबर 118 से लगे शासकीय भूमि जो कि बस स्टैंड से इंदिरा चौक रोड)सार्वजनिक में शामिल है।उस पर शासकीय भूमि पर माया बजाज,मनोज कुमार गुप्ता एवं सुभद्रा मिश्रा तथा संदीप शुक्ला तथा पुष्पा गुप्ता एवं विनय कुमार बुधवानी तथा संजय कुमार बुधवानी आदि लोगों ने मकान निर्माण एवं व्यवसायिक दुकान संचालित किए जाने की विधिवत बिल्डिंग तान रखी है। जिस पर मुख्य नगरपालिका अधिकारी को पत्र सौंपकर मांग की गई है कि इसकी जांच की जाए गौरतलब है कि उपरोक्त व्यक्तियों द्वारा खसरा नंबर 118 से लगे शासकीय भूमि पर बने दुकान वेदरानी ठुकराल से क्राय कर संचालित कर रहे हैं।एवं निर्माण का नगर पालिका परिषद से कोई अनुमति नहीं है।नियम यह है कि टाउन एंड कंट्री प्लानिंग तथा नगरपालिका से अनुमति लेकर ही किसी भी तरह के आवास का निर्माण किया जा सकता है।लेकिन अनुमति ना लेकर टैक्स चोरी करते हुए आवास एवं दुकानों का निर्माण किया गया है।जो पूरी तरह से अवैध है। अगर यह नियंता अवैध है तो इसे भी तोड़ा जाना चाहिए क्योंकि इस तरह से और नगरपालिका की भी छपी हुई है एवं अपनी मनमानी का जीता जागता सबूत इन तथाकथित लोगों ने दिया है।
जिस तरह से आवास निर्माण में एवं दुकान निर्माण में गलतियां की गई हैं।वह भी अपने आप में कम नहीं गौरतलब है।
कि अतिक्रमण कर दुकान संचालित किया जा रहा है एवं विवाद की स्थिति उत्पन्न करते हुए वहां आए दिन मारपीट एवं आपसी दुर्घटना की आशंका भी बनी हुई है। अभी हाल ही में कुलदीप पटेल द्वारा बनाए जा रहे आवास पर निर्माण को लेकर काफी विवाद की स्थिति निर्मित हुई जिस पर कुलदीप पटेल ने नगरपालिका को पत्र लिखकर यह मांग की कि जिन लोगों ने नगरपालिका से अनुमति नहीं ली है। और किसी प्रकार का कोई टैक्स नहीं दिया है उस पर भी नगरपालिका कार्यवाही करें उसमें न्याय उचित कार्यवाही होने पर ही सारी वस्तुस्थिति सामने होगी गौरतलब है। कि अतिक्रमण को नया निर्माण पूर्व में तथा रजिस्ट्री के उठा ली गई है। नियम संगत तो नहीं कहा जा सकता शिकायतकर्ता व्यक्तियों द्वारा संचालित होने के कारण कभी भी रोड से गिरने की संभावना भी बनी हुई है और उसे जनहानि भी हो सकती है गौरतलब है कि जिस जिसके लिए दुकान संचालन से चर्चा किए जाने पर अनावश्यक विवाद किया जा रहा है गाली गलौज के साथ साथ मारपीट करने पर उतारू होते हैं दुकानों के अवैध एवं शासकीय भूमि रोड पर बने होने से निस्तार हेतु बने नाली व रोड पर भी उनके द्वारा अतिक्रमण किया गया है। लेकिन नगरपालिका ने अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया है इसकी भी विधिवत जांच की जानी चाहिए नगरपालिका इस मामले में अब तक लापरवाही बरत रही है एक पक्षी कार्यवाही करने की बात कर रही है। यह भी बात महत्वपूर्ण है कि नगरपालिका ने बिना नोटिस दिए 02 दिनों पूर्व कुलदीप पटेल द्वारा बनाए जा रहे मकान पर छज्जा तोड़ने की कार्यवाही के वह भी बिना किसी नोटिस के इसकी भी शिकायत प्रशासन से की गई है एवं इस मामले में सख्त कार्यवाही की मांग भी की जा रही है बताया गया है कि जिस तरह से कुलदीप पटेल एवं पड़ोस के लोगों द्वारा विवाद चल रहा है अगर दोनों तरफ सामंजस्य बनाए रखना है तो प्रशासन को चाहिए कि वह न्याय संगत कार्यवाही करें अगर कुलदीप पटेल वह सारे लोग जिन्होंने नियमों का पालन नहीं किया है उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जानी चाहिए क्या प्रशासन इन सब बातों पर सख्त रुख अपनाए गा एवं नगरपालिका अपने रिकॉर्ड में इन सारे दस्तावेजों की जांच करेगा हालांकि नगरपालिका ने आरटीआई में मांगे गए दस्तावेजों पर इस बात को प्रमाणित किया है कि जिन-जिन लोगों ने वहां पर अवैध रूप से मकान एवं दुकान का निर्माण किया है। उन्होंने किसी भी प्रकार से कोई अनुमति नगरपालिका से नहीं ली अब देखना यह होगा कि नगरपालिका इस मामले में कौन सी कार्यवाही करती है।