शहडोल प्रदेश सत्ता। मध्य प्रदेश में कांग्रेस एवं भाजपा की सरकार रही और शासन भी किया पर अगर मैदानी हकीकत की बात की जाए तो आज भी एक-एक बूंद को गरीब जनता तरस रही है जो खुद अपनी मुंह जवानी बयां कर रही है सरकार की लाखों योजनाओं और वादों की पोल खोल रही है वहीं जिले में बैठे अधिकारी कुंभकर्णीय निद्रा सो रहे हैं और जनप्रतिनिधि मलाई खा रहे हैं खुद का विकास कर रहे हैं और ग्राम पंचायत का विनाश हो रहा है जनता एक बूंद पानी को तरस रही है जिम्मेदार आखिर कौन सबसे बड़ा सवाल बना है। चुनाव का माहौल है सभी पार्टियों अपना-अपना प्रचार प्रसार कर रही है पर सबसे बड़ा सवाल यह है कि जहां जनता परेशान है वहां अभी तक कोई प्रत्याशी नहीं पहुंचा। आखिर क्यों चाहे फिर वह कांग्रेस का हो या बीजेपी का तो क्या कार्यकर्ताओं के बल पर चुनाव जीतने की तैयारी कर रहे हैं प्रत्याशी या फिर जनता से डायरेक्ट रूबरू होंगे प्रत्याशी या फिर पार्टी की पहचान कमल या पंजे पर वोट देगी जनता अगर देखा जाए तो 05 सालों में जहां विकास नहीं हुआ वहां खुद कार्यकर्ता अपने प्रत्याशी को लेकर जाना नहीं चाहते और जनता आस लगाए बैठी है कि प्रत्याशी आएगा और वोट मांगेगा लेकिन बहुत ही शर्म की बात है कि ना तो प्रत्याशी पहुंचा अभी तक और ना ही कार्यकर्ता पहुंचे जनता की आस केवल आस तक सीमित है और अपना दुख दर्द आखिर किसे बताएं बेचारी गरीब जनता आज भी एक-एक बूंद पानी को तरस रही है आखिर इन समस्याओं का जिम्मेदार कौन....?
शहडोल। दुख दर्द सहना जनता की तकदीर है हम तो जनप्रतिनिधि हैं मलाई खाना हमारा अधिकार है इसी तर्ज पर शहडोल जिले का एक ग्राम पंचायत चल रहा है जहां जिला और जनपद दोनों ही एक ही परिवार में और जनता एक-एक बूंद को तरस रही है पर वहीं जनप्रतिनिधि 18चका की गाड़ियां खरीद कर दीपावली के महान पर्व पर खुशियां मना रहे हैं वहीं गरीब जनता अपने जनप्रतिनिधियों से आस लगाए बैठी है कि हमारे मोहल्ले हमारे गांव का विकास हमारे जनप्रतिनिधि करेंगे पर अगर देखा जाए तो जनपद से लेकर जिला पंचायत सदस्य तक खैरहा ग्राम पंचायत में बैठने के बावजूद भी आज तक कोई विकास नहीं हुआ आज भी ग्राम पंचायत के ग्राम कुदारी के ग्रामीण एक-एक बूंद पानी को तरस रहे और जनप्रतिनिधि अपने घर में दीपावली पर मिठाइयां बांट रहे और खुशियां मना रहे हैं सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस जनता ने जन प्रतिनिधि को बनाने के लिए गरीब जनता ने वोट दिया और जिन जनप्रतिनिधियों ने गरीब ग्रामीण जनता से वादा किया आज वह अपने वादे को भूल गए और अपने विकास में जुट गए। सबसे बड़ा सवाल यह है कि अब आखिर गरीब जनता का विकास कौन करेगा जहां का जनपद और जिला पंचायत सदस्य दोनों ही अपने विकास में लगे हुए हैं वहां गरीब जनता का विकास कौन करेगा....?
तरस रहे एक-एक बूंद पानी को नहीं मिला सालों से शासन की योजनाओं का लाभ
कुदरी ग्राम के लोगों का कहना हमें नहीं मिल रही सरकार की योजनाओं का लाभ सालों से परेशान नहीं बना बीपीएल कार्ड आखिर क्यों दबंग की चलती है ग्राम पंचायत खैरहा में हम गरीबों की सुनने वाला नहीं है कोई भाजपा हो या कांग्रेस हमारे ग्राम का नहीं हुआ विकास पानी के एक-एक बूंद को तरस रहे हम लोग नहीं बन रहा हमारा बीपीएल कार्ड जनपद रोजगार सचिव जनपद सदस्य जिला पंचायत सदस्य सबसे लगाई गुहार पर अभी तक नहीं मिला न्याय।
पीएचई विभाग से एक बोर हुआ पर पानी नहीं निकला
जिला पंचायत सदस्य ने जो बोर कराया उसमें पानी नहीं निकला उस बोर का क्या हम करें या रस्सी बाल्टी डाल कर पानी निकालने या फिर बंद बोर के अंदर से कैसे कैसे निकाले पानी पर आज तक एक बूंद पानी नहीं निकला जनपद सदस्य तो घर के अंदर रहते हैं जिला पंचायत सदस्य ऑफिस बनाकर रोड के बगल में बैठे हैं और हमने कई बार निवेदन किया लेकिन कुंभकर्णी निद्रा मलाई खाकर सो रहे है जिला पंचायत सदस्य जगन्नाथ शर्मा, दामिनी कलरी का गंदा काला पानी हमारे नदी में गिरता है जो काला और बहुत ही प्रदूषित है वहीं दूसरी ओर एक बोर चलता है जिसमें लाल पानी निकलता है हम तो जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्य को भी यही कहते हैं कि आप हमारे यहां आओ और यह पानी पियो पर किसी के पास कोई समय नहीं है अब आप ही बताइए कि हमारे बच्चे ऐसे प्रदूषित पानी को पीकर कितने दिन स्वस्थ रहेंगे।
दबंग रोजगार सचिव की दबंगई के आगे बेबस जनता
ग्रामीणों की समस्या सुनने के बाद हमारे मीडिया कर्मी के द्वारा ग्राम पंचायत सचिव आशीष सोनी से इस संबंध मे बात की गई तो आशीष सोनी का कहना था कि मेरे पास खैरहा जनपद सदस्य का नंबर नहीं है दादा भाई की घरवाली है जो काम होता है दादा भाई से कह देते हैं कर देते हैं अगर कोई समस्या है तो दादा भाई से निवेदन करेंगे अभी मैं खाली नहीं हूं फालतू बात मेरे से मत करिए आपका सम्मान करता हूं पर फालतू बात मत करिए जो भी कहना है दादा भाई से डायरेक्ट बोलिए जिससे यह स्पष्ट समझ में आता है कि ग्राम पंचायत खैरहा में विकास नहीं विनाश हो रहा है ।
तो क्या दादा भाई की दबंगई के आगे बेबस प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी
शासन का प्रतिनिधि रोजगार सचिव के पास जनपद प्रतिनिधि का नंबर ना होना इस बात की पुष्टि करता है कि किस तरह से खैरहा ग्राम पंचायत में दादा भाई उर्फ जिला पंचायत सदस्य जगन्नाथ शर्मा की दबंगई का माहौल चल रहा है और जनता बेबस एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रही है क्या यही विकास है।हम ग्राम पंचायत के लोग हैं एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं दूसरे को पैसा देकर पानी खरीदतें हैं और जिला पंचायत सदस्य जगन्नाथ शर्मा प्रचार प्रसार में विकास की बातें करते हैं जो की सारी झूठी है अगर विकास देखना है तो ग्राम पंचायत खैरहा के ग्राम कुदरी में आए और हम लोगों की पीड़ा देखें कि अगले कई सालों से हम पानी के लिए तरस रहे हैं।
खैरहा के ग्राम कुदारी में अभी तक नहीं पहुंचा कोई भी प्रत्याशी वोट मांगने आखिर क्यों
वहीं वर्तमान समय में कांग्रेस बीजेपी समाजवादी कई प्रत्याशी वोट मांगने के लिए गांव-गांव भ्रमण कर रहे हैं चुनाव का माहौल चल रहा है पर जब ग्राम पंचायत खैरहा अंतर्गत ग्राम कुदारी के ग्रामीणों से बात की गई तो उनका कहना यह है कि हमारे पास नतो भाजपा का प्रत्याशी आया ना कांग्रेस का ना समाजवादी का ना अन्य किसी पार्टी का कोई भी प्रत्याशी हमसे वोट मांगने नहीं आया और हम नहीं जानते कि कौन किस पार्टी से खड़ा है और हम वोट क्यों दें 05 साल गुजर गए पूर्व विधायक मनीष सिंह रही और यहां 05 साल में कभी भी एक बार नहीं आई ना ही हमारी समस्याओं को सुना हम किसे वोट दे किसे वोट ना दें किसे अपना विधायक चुने यह सबसे बड़ा सवाल है हमारी समस्या सुनने के लिए कोई नहीं है।
हमारी केवल एक ही मांग शुद्ध पीने का पानी दे दो साहब
ना तो जिले की कलेक्टर ने कोई ध्यान दिया ना क्षेत्र के विधायक ने कोई ध्यान दिया ना सरपंच ने ध्यान दिया न जनपद सदस्य ने ध्यान दिया और ना ही जिला पंचायत सदस्य ने अभी तक कोई ध्यान दिया हमारी मांग जिले के मुखिया से यही है कि हमें केवल और केवल शुद्ध पानी की व्यवस्था कराई जाए जिससे हमारे परिवार का पालन पोषण हो सके बगल में दामिनी कली खुली है उसका गंदा पानी आता है जिसका उपयोग मवेशियों को पिलाने में एवं खुद नहाने में उपयोग करते हैं पर उसका पानी पीने में उपयोग नहीं कर सकते हैं हमारी मांग है कि हमें शुद्ध पानी पीने के लिए दिया जाए।
इनका कहना है
रोजगार सचिव ने कहा कि जनपद सदस्य दादा भाई की घरवाली है नंबर नहीं है जो काम होता है दादा भाई से बात करते हैं अभी मेरे पास समय नहीं है आपको जो बात करना है दादा भाई जगन्नाथ शर्मा से करिए जो दादा भाई कहते हैं हम वही करते हैं मैं आपका सम्मान करता हूं इसका मतलब यह नहीं कि आप कुछ भी पूछे मेरे पास जनपद सदस्य का नंबर नहीं है तो मैं क्या करूं। आपको जो भी बात करना है दादा भाई जगन्नाथ शर्मा से कर लीजिए जो समस्या है उनको बता दीजिए अब उनका नंबर बंद है तो मैं क्या कर सकता हूं मैं कुछ नहीं कर सकता।
दबंग रोजगार सचिव आशीष सोनी
खैरहा जनपद सदस्य श्रीमती दीपिका शर्मा के मोबाइल नंबर 095894 69117 पर फोन लगाया गया जिस पर यह मैसेज आया कि मोबाइल नंबर पर रिचार्ज नहीं है मोबाइल बंद है संपर्क नहीं हो सका।
खैरहा जनपद सदस्य श्रीमती दीपिका शर्मा
इस संबंध में जानकारी के लिए जिला पंचायत सदस्य को मोबाइल नंबर पर फोन लगाया गया फोन की घंटी बजती रही पर दबंग जिला पंचायत सदस्य ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा संपर्क नहीं हो पाया।
खैरहा जिला पंचायत सदस्य जगन्नाथ शर्मा
खैरहा सरपंच पति मंडल कोल जी के मोबाइल पर बार-बार फोन लगाया गया पर सरपंच के पति व सरपंच से संपर्क नहीं हो पाया
खैरहा सरपंच