डाक्टर्स आवास के पास फेंक रहे अस्पताल का कचरा-आस-पास का क्षेत्र में संक्रमण का खतरा

शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र के पास भी गंदगी, रिहायशी क्षेत्र में बीमारी 



Junaid khan - शहडोल। जिला अस्पताल परिसर में जहां डाक्टर आवास बनाए गए हैं उन आवासों के आसपास कचरा फेंका जा रहा है। स्थिति यह है कि इस कचरे के कारण यहां संक्रमण का खतरा बन गया है। जिला अस्पताल प्रबंधन की अनदेखी के चलते यहां बहुत बड़ी समस्या पैदा हो सकती है। गौरतलब है कि डाक्टर आवास के पास कचरा डंप करने के लिए एक शेड बनाया गया है लेकिन सफाई कर्मचारी कचरा यहां न डालकर खुले में फेंक रहे हैं, जिसके कारण बीमारी का खतरा पनप रहा है। परिसर में खुले पड़े कचरे को मवेशी आकर पन्नी और डिस्पोजल खाते हैं। इसके बाद यह जानवर आवासों में घुस जाते हैं जिससे लोगों को अनहोनी का डर बना रहा है, जिस जगह कचरा फेंका जा रहा है उसके पास ही शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र भी बना हुआ है। यहां इलाज के लिए आने वाले लोगों को संक्रमण का खतरा है। खुले में कचरा फेंकने के कारण शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र के कई विभाग अपनी खिड़कियां नहीं खोल पा रहे हैं। कारण यह है कि खिड़की से बदबू आती है और संक्रमण का खतरा बना रहता है, जिसके कारण खिड़‌कियां बंद रखनी पड़ रही है। वहीं जिला अस्पताल की बाउंड्री से लगे हुए रिहायशी इलाकों में रहने वाले लोग भी इस बदबू से परेशान हैं। बरसात के समय तो यहां पर हालात और खराब हो जाते हैं। जब कचरा सड़ता है तो हवा के झोंकों से यहां की स्वच्छ हवा भी प्रदूषित हो जाती है। जिला अस्पताल प्रबंधन ने जिस ठेकेदार को सफाई का ठेका दिया है, वह मनमानी पर उतारू है। कर्मचारी मनमर्जी से कचरा फेंक जाते हैं, जिस शेड में कचरा फेंका जाना चाहिए, वहां तक ना जाकर खुले में कचरा फेंक कर चले जाते हैं। अस्पताल परिसर के पीछे बस्ती में रहने वाले दिनेश जायसवाल का कहना है कि रिहायशी इलाकों में रहने वाले लोग बेहद परेशान हैं। यहां का कचरा सडकर बदबू फैलाता है, जिससे लोगों के बीमार होने का डर बना हुआ है।


 इनका कहना है 


इस कचरे को खुले में डंप करने के लिए नहीं कहा गया है। इस संबंध में सफाई ठेकेदार से बात कर जल्द कचरा उठवाकर सफाई कराई जाएगी।


 पूजा सोनी प्रबंधक जिला अस्पताल शहडोल

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