विश्व थैलेसीमिया दिवस के अवसर पर,डॉक्टरों ने कहा शहडोल शहर को बनाये थैलेसीमिया से मुक्त
Junaid khan - शहडोल। विश्व थैलेसीमिया दिवस के अवसर अध्यक्ष डॉ. टी. एन. चतुर्वेदी ने - बताया कि हम सब एकजुट होकर यह संकल्प लें कि थैलेसीमिया जैसी गंभीर अनुवांशिक बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाएँ और शहडोल को थैलेसीमिया मुक्त शहर बनाएं। डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि थैलेसीमिया एक ऐसा रक्त रोग है, जिसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इससे बचाव मुमकिन है, अगर समय रहते जाँच और विवाह पूर्व परीक्षण करवा लिया जाए। जो मासूम बच्चे इस रोग से पीड़ित हैं, उन्हें हर 15 दिन में एक यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है। आपका एक यूनिट रक्त किसी की 15 दिन की जिंदगी बन सकता है। आज आयोजित प्रेस वार्ता में थैलेसीमिया के लक्षण, बचाव, और उपचार संबंधी कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों ने बताया कि 8 मई को होने वाली जन-जागरूकता रैली और रक्तदान शिविर की जानकारी भी साझा की गई। 08 मई से जन-जागरूकता रैली शाम 05 बजे जयस्तंभ से गांधी चौक तक निकाली जायेगी, थैलेसीमिया के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन के साथ रक्तदान शिविर का आयोजन सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक जिला अस्पताल, रक्तकोष (ब्लड बैंक) में थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए रक्तदान किया जायेगा। प्रेसवार्ता के दौरान रमीत सिंह ने कहा कि इस मानवीय कार्य में बढ़-चढक़र भाग लें और एक नई पीढ़ी को थैलेसीमिया से सुरक्षित रखें।
कार्यक्रम शामिल थे
डॉ. टी. एन. चतुर्वेदी अध्यक्ष, डॉ. अशोक जैन उपाध्यक्ष व संरक्षक, डॉ. सुनील हथगले सचिव, डॉ. सत्येश विष्णुदासानी कोषाध्यक्ष, डॉ. राजेंद्र सिंह, डॉ. उमेश नामदेव संरक्षक डॉ. सुधा नामदेव संयोजक, थैलेसीमिया सोसायटी, रूपाली सिंगई अध्यक्ष, दिशा वेलफेयर एसोसिएशन, राजेश्वर उदानिया संरक्षक सदस्य, सांझी रसोई, राजेश मोटवानी अध्यक्ष सांझी रसोई, संजीत सोनी मीडिया प्रभारी सांझी रसोई, सुशील खोडियार अध्यक्ष रोटरी क्लब विराट शहडोल एवं रमीत सिंह, सांझी रसोई मौजूद रहे।