जाति प्रमाणपत्र के लिए वसूले 200 रुपए, सुविधाओं में अनियमितता का आरोप
Junaid khan - शहडोल। शासकीय माध्यमिक विद्यालय नंदना के विद्यार्थी व अभिभावक मंगलवार को कमिश्नर कार्यालय पहुंच विद्यालय प्रभारी के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई है। विद्यार्थी व अभिभावकों ने विद्यालय प्रभारी पर अनियमितता व लापरवाही के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। कमिश्नर कार्यालय में की गई शिकायत में आरोप लगाया है कि जाति प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर प्रत्येक विद्यार्थी से 200-200 रुपए लिए गए हैं, जबकि आज दिनांक तक जाति प्रमाणपत्र नहीं बनवाया गया। शाला प्रभारी विद्यालय परिसर व कार्यालय में तम्बाकू का सेवन करते हैं। विद्यार्थियों के साथ मारपीट की जाती है, साथ ही बच्चों के बैंच पर पैर रखकर बैठते हैं। शाला प्रभारी विद्यालय के कार्यक्रमों एवं पर्वों के दौरान कटिया लगाकर विद्युत का उपयोग किया जाता है। विद्यालय में मीनू के अनुसार भोजन नहीं बनता है। रोटी कभी नहीं दी जाती है, बच्चों से जबरन थाली धुलवाई जाती है। शाला प्रबंधन समिति की स्वीकृति के बिना फर्जी बिल लगाकर राशि खर्च की जाती है। विद्यालय के सुविधाघर में पानी, मग, बाल्टी तक उपलब्ध नहीं है। एसएमएस निधि का दुरुपयोग किया जा रहा है। विद्यालय प्रबंधन की मौन सहमति से विद्यालय की आराजी पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कुछ लोगों ने अवैध विद्युत कनेक्शन लेकर आटा चक्की, डेयरी फार्म, किराना दुकान आदि निजी व्यवसाय संचालित कर रहे हैं। शाला की यह भूमि आदिवासी पूर्वजों ने दान में दी गई थी। विद्यार्थियों व अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि विद्यालय में पदस्थ शिक्षक विद्यालय की व्यवस्था सुधारने का प्रयास कर रहे थे तो उनके विरुद्ध झूठी शिकायत कराकर उन्हे निलंबित करा दिया गया है। उनके निलंबन से विद्यालय का वातावरण और पढ़ाई दोनों ही प्रभावित है। ग्राम के सभी अभिभावकों व विद्यार्थियों ने मांग की है कि उक्त मामलों में जांच कराकर विद्यालय प्रभारी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही शिक्षक को तत्काल बहाल किया जाए। शिकायत पत्र में अभिभावकों ने यह भी उल्लेख किया है कि मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं होती है तो वह सामूहित रूप से अपने बच्चों की टीसी लेकर अन्य विद्यालय में प्रवेश दिलाने बाध्य होंगे।
