पंडित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र विभाग द्वारा सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक कार्यक्रम का किया गया आयोजन
Junaid khan - शहडोल। 21 दिसंबर 2025- पंडित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय, शहडोल के समाजशास्त्र विभाग द्वारा सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत के साथ हुआ। कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष प्रो. नीलिमा खरे ने स्वागत भाषण देते हुए समाजशास्त्र के महत्व, उसके समकालीन सामाजिक संदर्भ और विद्यार्थियों की भूमिका पर प्रकाश डाला। इसके बाद अतिथियों द्वारा पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के अंतर्गत समाजशास्त्रीय चिंतन का आधार” पुस्तक का विमोचन किया गया। यह पुस्तक मध्यप्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी भोपाल से प्रकाशित हुई है जो मुख्य रूप से न्यू एजुकेशन पॉलिसी के पाठ्य क्रम पर आधारित है। लेखक डॉ. जितेन्द्र सेन द्वारा पुस्तक का परिचय दिया गया। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो रामशंकर जी की प्रेरणा एवं विश्वविधालय परिवार एवं मित्रो के सहयोग से यह पुस्तक की यात्रा संभव हो पाई है। इसमे वेद वेदान्त एवं भारतीय ज्ञान परम्परा का सामाजिक विज्ञान समाहित कर इसे तैयार किया गया है।
मुख्य अतिथि मुद्रिका सिंह अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शहडोल ने अपने उद्बोधन में समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से सामाजिक बदलावों, मूल्यबोध और युवाओं की जिम्मेदारी पर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के सांस्कृतिक सत्र में विद्यार्थियों द्वारा लोक नृत्य (बी.ए. द्वितीय वर्ष) एवं भजन प्रस्तुति (बी.ए. तृतीय वर्ष) दी गई, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। इसके पश्चात परिसर प्रभारी प्रो. गीता सराफ जी ने अपने उद्बोधन में शैक्षणिक गुणवत्ता, अनुशासन और सह-शैक्षणिक गतिविधियों के महत्व पर बल दिया। संकायाध्य्ाक्ष प्रो सुनीता बाथरे ने पुस्तक विमोचन पर बधाई दी। कार्यक्रम में छात्र सम्मान के अंतर्गत खेल उपलब्धि के लिए शिखा यादव को सम्मानित किया गया। समाजशास्त्र परिषद का गठन एवं शपथ ग्रहण भी इसी अवसर पर संपन्न हुआ। कार्यक्रम में समाजशास्त्र विभाग के समस्त प्राध्यापक डॉ सिद्धि श्री , राकेश मिश्रा , श्रीकांत चौधरी, कल्याणी पांडे एवं विभाग के छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही। आभार प्रदर्शन एवं कार्यक्रम समापन के साथ यह सफल आयोजन संपन्न हुआ।
