नगर पालिका और व्यापारियों के बीच टकराव, उग्र आंदोलन की चेतावनी
Junaid khan - शहडोल। शहर के व्यस्ततम मार्ग इंदिरा गांधी चौक से बस स्टैंड तक प्रस्तावित सड़क चौड़ीकरण अब विवाद की जड़ बन गया है। इस परियोजना को लेकर नगर पालिका प्रशासन और स्थानीय व्यापारियों के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। नगर पालिका द्वारा वैधानिक पट्टे की निजी जमीनों को भी अतिक्रमण बताकर नोटिस जारी किए जाने से व्यापारी समुदाय में भारी आक्रोश व्याप्त है।
होटल अनमोल पैलेस में हुई व्यापारी संघ की अहम बैठक
इस गंभीर मुद्दे को लेकर होटल अनमोल पैलेस में व्यापारी संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता व्यापारी संघ के अध्यक्ष लक्ष्मण गुप्ता ने की, जबकि उपाध्यक्ष मनोज सराफ विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में शहर के प्रमुख व्यापारी बड़ी संख्या में शामिल हुए और नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर तीखा सवाल उठाया।
विकास के विरोधी नहीं, लेकिन अन्याय बर्दाश्त नहीं
बैठक को संबोधित करते हुए व्यापारी नेताओं ने स्पष्ट कहा कि व्यापारी शहर के विकास के विरोधी नहीं हैं, लेकिन विकास के नाम पर निजी स्वामित्व वाली पट्टे की जमीनों को अतिक्रमण बताना सरासर अन्याय है। व्यापारियों का कहना है कि वर्षों पुराने वैध दस्तावेजों के बावजूद बिना समुचित जांच-पड़ताल के नोटिस थमा दिए गए, जिससे भय और असमंजस का माहौल बन गया है।
बिना सीमांकन और दस्तावेज जांच के कार्रवाई का आरोप
व्यापारियों ने आरोप लगाया कि नगर पालिका प्रशासन ने न तो राजस्व विभाग से समुचित सीमांकन कराया और न ही जमीन से जुड़े दस्तावेजों का मिलान किया। इसके बावजूद सैकड़ों दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को अतिक्रमण बताकर नोटिस जारी कर दिए गए। इससे सैकड़ों व्यापारियों की रोजी-रोटी पर संकट मंडराने लगा है।
दिग्गज व्यापारियों की एकजुटता, कलेक्टर से मिलने का फैसला
बैठक में शानुल्लाह खान, अजय मोटवानी, अनिल रोहरा, काकू जी, रामावतार गुप्ता और अमित बजाज सहित कई वरिष्ठ व्यापारियों ने एक स्वर में प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया। सभी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि जल्द ही कलेक्टर से मुलाकात कर औपचारिक आपत्ति दर्ज कराई जाएगी और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की जाएगी।
पट्टे की जमीन पर बुलडोजर चला तो होगा उग्र आंदोलन
व्यापारी संघ ने दो टूक चेतावनी दी है कि यदि नगर पालिका प्रशासन ने अपने रिकॉर्ड में सुधार नहीं किया और पट्टे की जमीन पर बुलडोजर चलाने की कोशिश की, तो व्यापारी संघ उग्र आंदोलन करने को मजबूर होगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
पहले रिकॉर्ड मिलान,फिर कार्रवाई की मांग
व्यापारी संघ की प्रमुख मांग है कि प्रशासन पहले राजस्व रिकॉर्ड, नक्शों और पट्टों का विधिवत मिलान कराए। उसके बाद ही किसी भी प्रकार की कार्रवाई की जाए। व्यापारियों का कहना है कि जल्दबाजी और मनमानी से न केवल व्यापार प्रभावित होगा, बल्कि शहर में सामाजिक तनाव भी बढ़ेगा।
आर-पार की लड़ाई के मूड में व्यापारी
इस बैठक ने साफ संकेत दे दिया है कि अब व्यापारी अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और तूल पकड़ सकता है, जिससे नगर प्रशासन की चुनौती बढ़ना तय माना जा रहा है।


