बांग्लादेश में हिन्दू युवक की निर्मम हत्या के विरोध में उबाल

गांधी चौक पर उमड़ा जनसैलाब, पुतला दहन कर दीपू दास को दी श्रद्धांजलि



Junaid khan - शहडोल। बांग्लादेश में कथित रूप से बांग्लादेशी मुस्लिम द्वारा दीपू दास की निर्मम हत्या कर बीच चौराहे पर जलाए जाने की घटना के विरोध में आज शहर के गांधी चौक पर आक्रोश फूट पड़ा। इस घटना के विरोध में समस्त हिन्दू समाज, विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर बांग्लादेश के झंडे के प्रतीकात्मक पुतले का दहन किया और “बांग्लादेश मुर्दाबाद” के नारे लगाए। प्रदर्शन के दौरान दिवंगत दीपू दास की आत्मा की शांति के लिए पहले 2 मिनट, तत्पश्चात हिन्दू भाई की मृत्यु पर 10 मिनट का मौन धारण किया गया। मौन के क्षणों में गांधी चौक पर उपस्थित सैकड़ों लोगों की आंखें नम रहीं और वातावरण शोक व आक्रोश से भरा रहा।

प्रदर्शनकारियों ने इस जघन्य घटना को मानवता पर धब्बा बताते हुए कहा कि धर्म के नाम पर की गई हिंसा किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। वक्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर इस मामले को गंभीरता से उठाने, पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और अल्पसंख्यक हिन्दुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।

प्रशासन से अपेक्षा और संदेश

कार्यक्रम के दौरान प्रशासन के प्रति विश्वास व्यक्त करते हुए कहा गया कि शांति, कानून-व्यवस्था और नागरिकों की सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, जिसके लिए प्रशासनिक अमले की तत्परता की सराहना की गई। साथ ही यह अपेक्षा जताई गई कि भारत सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कूटनीतिक प्रयास तेज करे, दोषियों को सजा दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए प्रभावी पहल करे।

प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि न्याय, मानवाधिकार और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा तभी संभव है जब सभी देशों में कानून का शासन सख्ती से लागू हो। गांधी चौक पर उठी यह आवाज केवल विरोध नहीं, बल्कि मानवता, शांति और न्याय के पक्ष में एक दृढ़ संकल्प थी। मौजूद रहे गोविन्द सिंह,सिल्लू रजक,धीरू मिश्रा, मुकेश द्विवेदी,जय सिंह तोमर, निखिल रजक।

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