तो आखिर क्यों मारपीट,गाली गलौज,लूट की शिकायत कोतवाली में दर्ज नहीं किया गया
पुलिस कप्तान की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल आखिर क्यों सद्दाम को नहीं मिल रहा न्याय
शहडोल प्रदेश सत्ता। जिन रक्षकों के कंधे पर जिले की जनता की रक्षा एवं सुरक्षा का दायित्व हो और वह रक्षक जब भक्षक बन जाए तो जिले की जनता किससे अपने रक्षा की उम्मीद करें आज सबसे बड़ा सवाल पुलिस की कार्य प्रणाली पर उठ रहे हैं एक जिला बदर कबाड़ी के पुत्र के द्वारा आम जनता पर खुलेआम मारपीट गाली गलौज लुट की घटना को अंजाम दिया जाता है फरियादी थाने से लेकर पुलिस कप्तान तक न्याय की गुहार लगाता है पर कहीं से उसे न्याय नहीं मिलता उल्टा फरियादी को ही दबंग कबाड़ी के पुत्र के द्वारा धमकी पर धमकी दी जा रही आखिर क्यों पुलिस इतनी लाचार बेबस है अगर कोई अप्रीय घटना हो जाती है तो उसका जिम्मेदार कौन आप स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं कि ऐसे में जनता जनार्दन किससे रक्षा और सुरक्षा के लिए न्याय की गुहार लगाएं कप्तान साहब जी......?
शहडोल। आखिर जिले में किस का कानून चल रहा है साहब एक जिला बदर कबाड़ी के पुत्र के द्वारा आम जनता को सरेआम मारपीट गाली गलौज और लूट जैसी वारदात को अंजाम दिया जाता है अपनी फरियाद लेकर आवेदक थाने पहुंचता है मजे की बात तो यह है कि थाने में आरोपी व अनीश कबाड़ी का छोटा भाई और उसके साथी पहले से ही बैठा होता है फिर भी आवेदक अपनी फरियाद सुनाता है थाने में 155 के तहत कार्यवाही कर बिना मेडिकल के ही उसे भेज दिया जाता है बेचारा जैसे अपने घर पहुंचता है जिला बदर कबाड़ी का कर्मचारी मंजा व मोहसिन उसके घर के सामने चिल्ला कर कहता है हमने तो पुलिस को खरीद लिया है जितना दिए है उतना सद्दाम से कवर करेंगे कोई कार्यवाही नहीं होगी जहां तुम को शिकायत करनी है करो बेचारा आवेदक जिले की कप्तान से न्याय की उम्मीद लगाकर न्याय मांगने पहुंच जाता है वहां भी उसे न्याय नहीं मिलता है अब सबसे बड़ा सवाल पुलिस की कार्य प्रणाली पर उठता है कि आखिर क्यों जिला बदर कबाड़ी के पुत्र से इतना मोह साहब क्या किसी घटना का इंतजार कर रहे हैं साहब। आखिर पुलिस कप्तान ने आवेदक को न्याय क्यों नहीं दिया ऐसे कई सवाल पुलिस कप्तान की कार्य प्रणाली पर उठ रहे हैं पर जवाब शुन्य है। इतना ही नही जिले के पुलिस प्रशासन के सभी बड़े अधिकारियों जैसे एस पी,,डीएसपी,,एडिशनल एसपी,,को यह जानकारी भी है उनके पर्सनल नम्बर में वाट्सअप में भी शिकायत कागज भेजा गया है जिसे अधिकारी देखे भी है और एक बार नही 10 से 15 दिनों के अंदर लगभग 3 से 4 बार भेजा गया है। और फरियादी ने थाना कोतवाली के कई पुलिस के जवानों को कई बार जानकारी भी दी के आरोपी यहां है वहा है घूम रहा है दिलेरी से फिर भी थाना कोतवाली से कोई एक्सन नही लिया गया अभी तक सिकायत हुए लगभग 10 से 12 दिन हो रहे है पुलिस अधीक्षक ऑफिश में और मामला करीबन 15 से 20 दिन हो गए है थाने में गए पर थाने में तो न एफआईआर हुई न मेडिकल इलाज कुछ भी नही हुआ और होता भी कैसे साहब जब ऊपर से ही सेटिंग हो गई आखिर कितनी लालच है भड़ गई है कि किसी की जान से ज्यादा कागज के कुछ टुकड़े हो गए वाह रे पुलिस प्रशासन,,,?
ये है पुरा मामला
पुलिस कप्तान कुमार प्रतिक को शिकायत पत्र देते हुए अपने शिकायत पत्र में लिखा कि मैं जहीरूददीन उर्फ सददाम पिता निजामुददीन निवासी वार्ड नं0 30 दरभंगा चौक शहडोल तहसील सोहागपुर जिला शहडोल म०प्र० का निवासी हूं। दिनांक 01/जुलाई/2023 को मोहम्मद फैज अंसारी पिता अनीस अंसारी निवासी दरभंगा चौक तथा हुजैफा अंसारी निवासी धनपुरी जिला शहडोल द्वारा रात्रि 8.00 बजे पी0डब्लू०डी० आफिस शहडोल के पास ले जाकर फैज अंसारी द्वारा आवेदक को कहां गया कि स्कूटी का पेट्रोल खत्म हो गया है और गाड़ी रोक दी गई तब आवेदक द्वारा स्कूटी का पेट्रोल का कांटा देखा गया और कहा कि इसमें तो अभी पेट्रोल है उसी समय मो० फैज़ अंसारी द्वारा आवेदक के साथ मां बहन की बुरी बुरी गालियां दी गई तथा लात घूसों से मारपीट किया गया तथा चाकू से एवं बेल्ट से भी मारने की कोशिस किया गया तथा आवेदक ने अपने ऊपर के जेब में 25,000/- रूपये रखा था उसे भी लूट लिया गया। जिसके कारण आवेदक अपनी जान बचाकर भागने लगा तब मो० फैज द्वारा अपनी स्कूटी कं० एम०पी० 18/2994 परपल कलर की थी उसे मेरे ऊपर चढ़ा दिया गया। जिससे में गिर गया और काफी चोट आई जिस कारण मैं वहां से अपनी जान बचाकर भाग निकला।
एन सी आर 155 के तहत दर्ज किया कोतवाली पुलिस ने मामला
उपरोक्त कृत्य की जानकारी थाना कोतवाली शहडोल के समक्ष बतायी गई जिस पर पुलिस थाना कोतवाली द्वारा आरोपियों के विरूद्ध कोई कार्यवाही न करते हुये धारा 155 दं०प्र०सं० की कार्यवाही कर आवेदक को थाने से छोड़ दिया गया न ही पुलिस थाना द्वारा आवेदक का कोई चिकित्सीय परीक्षण कराया गया और न ही आरोपीगण के विरूद्ध कोई न्यायोचित कार्यवाही की गई।
इलाज के लिए शहडोल जिला चिकित्सालय से नागपुर पहुंचा पीड़ित
वहीं जब पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तब पीड़ित ने दूसरे दिन शहडोल जिला चिकित्सालय जाकर जो अंदरूनी चोट आई थी उसका उसने इलाज करवाया व एक्सरा वगैरा करवाया उसके बावजूद भी पीड़ित को दो-तीन दिन आराम नहीं मिला तो उसके घर वालों ने उसे नागपुर इलाज के लिए ले गए जहां डॉक्टर ने बताया की गिर जाने से या कुछ ठोकर लगने से और गिर जाने से सीने में अंदर चोट आई है जिसकी मैं दवाई दे रहा हूं यह दवाई चलाइए तो आराम मिल जाएगा। नही मिलता आराम तो 15 दिन बाद फिर आना तो ओप्रेसन भी हो सकता है।
जिला बदर कबाड़ी अनीश अंसारी के भाई मोहसिन व कर्मचारी मंजा ने कोतवाली पुलिस की खोली पोल
अनीश अंसारी के छोटा भाई मोहसिन,व कर्मचारी मंजा द्वारा मेरे घर के बाहर आकर यह कहा गया कि हमारे द्वारा थाना कोतवाली में 10 हजार रूपये पुलिस वालो को दिया गया है निकालो सद्दाम को बाहर हम 10 हजार रुपये तो अपना वसूल कर जायँगे और जिस कारण तुम्हारी शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की जायेगी तुम्हे जहां शिकायत करनी हो कर लो हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है हम छोटे मोटे व्यक्ति न होकर इस शहर के नामी गिरामी कबाड़ी है हमारा हफता नीचे से लेकर ऊपर तक जाता है। आरोपीगणों द्वारा आये दिन मुझे जान से मारने की धमकी दी जा रही है। किसी भी दिन कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है।
पुलिस कप्तान से मांग रहा न्याय ,और कप्तान बैठे शांत,,,?
जहीरूददीन उर्फ सददाम पिता निजामुददीन निवासी वार्ड नं0 30 दरभंगा चौक शहडोल तहसील सोहागपुर जिला शहडोल म०प्र० मोबाइल नं०- पिता,9893046869,,9691598401,सद्दाम, ने पुलिस कप्तान के शिकायत पत्र देते हुए मांग की मो०फैज अंसारी पिता अनीस अंसारी निवासी दरभंगा चौक तथा हुजैफा अंसारी निवासी धनपुरी जिला शहडोल आरोपीगणों के विरूद्ध न्यायोचित कार्यवाही करते हुए मुझे न्याय दिया जाए। अगर मुझे न्यांय नही मिलता है तो मैं आत्मदाह करने को मजबूर हो जाऊंगा जिसकी जवाबदारी पुलिस प्रशासन की होगी।