हाथी के चार दांत की तर्ज पर चल रही कोतवाली पुलिस,,?
आल इज वेल सर आपका आदेश सरआंखों पर सर बड़े साहब,खुश अब क्या अब तो जम के दोनों हाथों से खाओ मलाई ऐसे चलती है,विभागीय व्यवस्था यह तो विभाग का सिस्टम है साहब,रही बात जनता की तो जनता के लिए सरल सहज स्वभाव के धनी शहडोल पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक ने अपने अधिनस्थ सभी थाना एवं चौकी प्रभारी के कड़े निर्देश दिए हैं,कि हमारे थाना क्षेत्रों की जनता परेशान नहीं होनी चाहिए,साहब के कड़े निर्देश अखबार की सुर्खियों के माध्यम से जनता तक पहुंच जाती है,तब जनता भी खुश की हम अब सुरक्षित है,पर साहब के कड़े निर्देश को धरातल में देखा जाए तो बड़े साहब के कड़े निर्देश केवल कागजों तक सीमित है, बता दे की थानों में बैठी पुलिस का अलग ही सिस्टम चलता है, जहां नेतागिरी और नोटों की गड्डी के आगे कानून व्यवस्था लाचार एवं बेबस सी नजर आ रही है, जनता परेशान पर फिर भी सब कुछ आल इस वेल।
शहडोल। इन दोनों कोतवाली पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं,एक पुरानी कहावत है कि हाथी के चार दांत दो खाने के दो दिखाने के इस कहावत को कोतवाली पुलिस चरितार्थ कर रही है,कोतवाली पुलिस जहां एक और पुलिस कप्तान के आदेशों का पालन कर रही है,वहीं दूसरी खून से लथपथ जनता न्याय की आस लगाए बैठी है,सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर कोतवाली पुलिस थाने में आने वाली जनता की फरियाद सुन कर अनसुना क्यों करती है, और अपने हिसाब से मामला दर्ज करती है,जबकि मेडिकल रिपोर्ट कुछ और हि बयां करती है, वहीं मेडिकल रिपोर्ट पढ़ने के बाद भी कोतवाली में बैठे पुलिस कर्मियों के द्वारा आरोपीयों को राहत देते हुए गंभीर मामले को भी छोटी धारा लगा कर मामला दर्ज कर देती हैं कोतवाली पुलिस,वहीं फरियादी न्याय की आस लगाए बैठा,सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि क्या किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रही कोतवाली पुलिस आखिर आरोपियों को क्यों संरक्षण दे रही है कोतवाली पुलिस
हालही में कुछी दिनों पहले की घटना चाय सुट्टा बार मे युवकों ने युवक के ऊपर चाकू से किया था वार युवक के पीठ में 10 इंच लंबा 5 इंच गहरा घाव था,लगी थी मामूली धारा
अभी हालही में कुछ दिन पहले भी जिले के बुढ़ार चौक पास चाय सुट्टा बार मे कुछ युवकों की लड़ाई झड़का हुआ था जहां भी चाकू से वार हुआ था उसमे भी कोतवाली थाने ने ऐसा मामला दर्ज किया कि फरयादी को मेडिकल कालेज से जबलपुर रिफर करना पड़ा लेकिन फरयादी के परिजनों ने बिलासपुर अस्पताल में इलाज कराया जहां डॉक्टर ने बताया कि फरयादी युवक को चाकू के साथ बका या चापड़ से वार किया गया है। जिसमे युवक का घाव पीठ में 10 इंच फटा लंबा और 05 इंच गहरा घाव था लेकिन कोतवाली पुलिस ने उस समय भी आरोपियों के ऊपर छोटी मोटी धारा लगाई और आज आरोपी धड़ल्ले से घूम रहे है और फरयादी अस्पताल से अब घर आकर जिंदगी और मौत की सांसे ले रहा है लेकिन कोतवाली पुलिस ने उसके बाद भी धरा नही बढ़ाई सूत्रों के मुताबिक जानकारी के अनुसार उस मामले में कुछ नेताओं के लड़के थे और कुछ बड़े व्यपारियो के भी बेटे थे जिनके चलते आप खुद समझ सकते है क्यों छोटी मोटी धारा लगी और क्यों फरयादी जिंदगी और मौत की सांसे ले रहा है जिससे कानून के लोगो को कोई फर्क नही पड़ता है जहां नोटो की गड्डी व नेता गिरी चलती हो वहा कानून के नियम व बड़े साहब के आदेश क्या वैल्यू होगी।
मामले का संक्षिप्त विवरण
कुछ लड़के अपनी पुरानी रंजिश को लेकर कुछ लड़कों को फोन करके बुलाते है जो कहते है कि अपन सब दोस्त है और आ जाओ पॉलिटेक्निक ग्राउंड में बैठकर बात करते है तो वह लड़के जब वहां पहुंचते है तो देखते है कई लड़के पीछे से अचानक निकलते है लड़ाई झगड़ा उन लड़कों के साथ करने लगते है जिसमे जो लड़के बुलवाते है वह लोग एक लड़के को सर में मारता है पीछे से तो दूसरे लड़के को सर में लगने से सर फट जाता है वह खून से लथपथ हो जाता है वही दूसरे लड़के को जिसका सर फटता है उसके साथी को पीछे से आकर एक लड़का चाकू मरता है जिससे वह लड़का भी खून से लथपथ व दर्द के कारण आवाज निकालने लगता है जिसे देख सुनकर आरोपी लड़के भाग निकलते है वह दोनो लड़के कैसे कैसे करके थाना कोतवाली पहुंचते है जहां पुलिस कर्मी एएसआई कन्हैया लाल अहिरवार थाने में ड्यूटी में रहते है।
फरियादी कुछ कह रहा और साहब ने कुछ और लिख डाला
फरियादी सैफ खान पिता रहीश खान उम्र 24 साल निवासी पाण्डव नगर वार्ड न.6/8 शहडोल थाना कोतवाली जिला शहडोल का अनिकेत सिंह सिसोदिया व अब्दुल फहद, सचिन यादव के साथ थाना आकर रिपोर्ट किया कि मैं महिन्द्रा शोरूम में काम करता हूँ अनिकेत सिंह सिसोदिया के साथ मैं दिनांक 20/09/24 को रात्रि करीब 09 बजे मैं बाजार में था तभी अनिकेत सिंह ने मुझसे कहां की शाहिल खान फोन से पालिटेक्निक ग्राउण्ड मंच के पास बुला रहा है तब मैं तथा अनिकेत सिंह व अब्दुल फहद, सचिन यादव के साथ पालिटेक्निक ग्राउण्ड मंच के पास रात करीब 09.30 बजे पहुंचे शाहिल खान, सैफी व अंशुल खड़े थे जैसे ही मैं तथा अनिकेत, शाहिल के पास पहुचे तो शाहिल हम दोनो को देखते ही पुरानी रंजिस को लेकर माँ बहन की बुरी बुरी गाली देने लगा तब हम दोनो गाली देने से मना किया तो सैफी तथा अंशुल भी बुरी बुरी गाली देने लगे तब शाहिल कमर में पहना हुआ बेल्ट निकाल कर अनिकेत को मारने लगा मैं बीच बचाव करने लगा तो अंशुल मुझे पकड़कर हाथ मुक्का से मारपीट करने लगा व सैफी कुछ अपने हाथ मे रखे था जिससे मारा तो मेरे सिर में लगा तभी सैफी का एक दोस्त भी आया जो मोटे कद का था जिसका नाम नही जानता हूँ वह भी हम दोनो को हाथ मुक्का से मारपीट करने लगा। हम दोनो की मारपीट होते देख कर अब्दुल फहद व सचिन यादव बीच बचाव किये थे व घटना देखे सुने हैं मारपीट करने के बाद शाहिल, सैफी, अंशुल व उनका एक साथी चारो लोग कह रहे थे कि आज तो बच गये हो नहीं तो तुमसे आपसी समझौता आज हमेशा के लिये हो जाता। सैफी तथा शाहिल कह रहे थे कि यदि फिर कहीं अकेले मिलोगे तो हाथ पैर तोड़ कर जान से खत्म कर देंगे उनकी धमकी से हम बहुत डरे हुए हैं। मारपीट से मेरे सिर में दाहिने तरफ चोंट लगने से खून निकला है तथा अनिकेत के बेल्ट का बक्कल लगने से कमर में पीछे चोंट लगी है रिपोर्ट करता हूँ कार्यवाही की जाये।
थाना कोतवाली एएसआई कन्हैया लाल अहिरवार ने मीडिया को क्या कहा तथा मेडिकल करने वाले डॉक्टर प्रशांत उरमलिया ने क्या कहा........
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