पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय के प्रशासन को सम्मान दिया जाए-कैलाश तिवारी

पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय के प्रशासन को सम्मान दिया जाए-कैलाश तिवारी 


Junaid khan - शहडोल। पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय  कार्यसमिति के पूर्व सदस्य एवं पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कैलाश तिवारी ने विश्वविद्यालय की अनोखी गतिविधियों को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश शासन, उच्च शिक्षा विभाग से मांग की है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को सम्मानित किया जाए। यह एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जहां पर नवलपुर परिसर में लगभग 8,000 छात्र  छात्राएं अध्यनरत हैं और शहडोल से नवलपुर तक पांच बसों में आना-जाना कर लेते हैं। इसका गणित, गणितज्ञ लोगों के समझ में भी नहीं आता है। यह कार्य  "गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किए जाने योग्य है। इसके साथ ही शैक्षणिक सत्र भले ही  जुलाई से चल रहा हो लेकिन नवम्बर 25 बीत गया लेकिन अभी तक स्नातक स्तर के हजारों छात्रों के रिजल्ट घोषित नहीं किए गए हैं। छात्र बिना रिजल्ट के ही आगामी कक्षाओं में बैठने को मजबूर हो रहे हैं। इसके साथ ही मध्य प्रदेश हाई कोर्ट द्वारा नॉन शैक्षणिक पदों की चयन प्रक्रिया को निरस्त कर दिया हो। प्रशासनिक पक्षपात पर मोहर लगाई हो। लेकिन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। जो कि शर्मनाक स्थिति है। उच्च शिक्षा की इतनी दुर्दशा आज तक नहीं देखी गई है जो कि वर्तमान में है। इस  प्रकार की उपलब्धि करने वाले विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारियों को सम्मानित किया जाना चाहिए ताकि अन्य विश्वविद्यालय भी इसका अनुसरण कर सके और अपने-अपने क्षेत्र में नाम रोशन कर सकें। पूर्व छात्र नेता कैलाश तिवारी ने कहा है कि पूर्व के वर्षों में अगर किसी महाविद्यालय में रिजल्ट विलंब से आते थे तो छात्र आंदोलन प्रदर्शन के लिए मजबूर हो जाते थे। लेकिन वर्तमान स्थिति में जनप्रतिनिधियों,को कोई चिंता ही नहीं है कि युवा वर्ग का क्या भविष्य होगा। युवा वर्ग कैसे अध्ययन करने पर मजबूर हो रहा है। उल्लेखनीय की इस विश्वविद्यालय में बहुसंख्यक छात्र आदिवासी वर्ग के आते हैं। ऐसे में उनका भविष्य क्या होगा अंदाज लगाया जा सकता है।

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