मक्का मदीना से लौटे हाजी मोहम्मद साबिर से मिलने पहुँचे जिला न्यायाधीश, दी उमराह की मुबारकबाद

उमराह का मुक़द्दस सफ़र समाज में भाईचारे और अमन का पैग़ाम देता है: हाजी मोहम्मद साबिर 


Junaid khan - शहडोल। धनपुरी इस्लाम धर्म के मुक़द्दस अरकानों में शुमार उमराह की सआदत हासिल कर मक्का मदीना शरीफ़ से सकुशल लौटे हाजी मोहम्मद साबिर के निवास पर मुबारकबाद देने वालों का तांता लगा हुआ है। नगर में इस पावन अवसर को लेकर एक विशेष रूहानी और सौहार्दपूर्ण माहौल व्याप्त है। इसी कड़ी में जिला न्यायाधीश जनाब हिदायत उल्ला खान साहब विशेष रूप से हाजी मोहम्मद साबिर के निवास पहुँचे और उनसे आत्मीय मुलाक़ात कर उमराह की मुकम्मल अदायगी पर दिली मुबारकबाद पेश की। उन्होंने हाजी साहब की खैरियत पूछते हुए उनके नेक सफ़र को इबादत और इंसानियत के लिए प्रेरणादायी बताया। इस अवसर पर हाजी मोहम्मद साबिर के साहबज़ादे मोहम्मद शकील ने अदब और एहतराम के साथ जिला न्यायाधीश खान साहब का स्वागत किया। मुलाक़ात के दौरान पाक सरज़मीं मक्का मदीना की रूहानी बरकतों, इबादतों और वहाँ की अनुभूतियों पर आत्मीय चर्चा भी हुई। हाजी मोहम्मद साबिर ने बताया कि उन्होंने अपने उमराह के दौरान देश, प्रदेश और नगर की अमन-चैन, तरक्क़ी, भाईचारे और खुशहाली के लिए विशेष दुआएँ की हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे पवित्र सफ़र इंसान के दिल और सोच दोनों को पाक कर देते हैं। इस मौके पर नगर के प्रतिष्ठित समाजसेवी एवं गणमान्य नागरिक गंगा सिंह परिहार भी उपस्थित रहे। उन्होंने हाजी साहब को मुबारकबाद देते हुए कहा कि ऐसे नेक और रूहानी सफ़र समाज में आपसी भाईचारे, सद्भाव और इंसानी एकता का संदेश देते हैं। वहीं नगर के वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रतिष्ठित नागरिक अतीक खान (बाबा) ने भी हाजी मोहम्मद साबिर को गले लगाकर मुबारकबाद पेश की और उनकी सेहत, लंबी उम्र व नेक अमल की दुआ की। गौरतलब है कि हाजी मोहम्मद साबिर का निवास जामा मस्जिद, कच्छी मोहल्ला, धनपुरी के समीप स्थित है, जहाँ नगरवासी लगातार पहुँचकर उन्हें मुबारकबाद और दुआएँ दे रहे हैं। इस पावन अवसर पर पूरे क्षेत्र में सौहार्द, श्रद्धा और रूहानियत का वातावरण देखने को मिल रहा है।

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