हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बढ़ती ठंड में हिंदू मुस्लिम एकता मंच के द्वारा बेसहारा एवं ज़रूरतमंदों को किया जा रहा कम्बल वितरण
Junaid khan - शहडोल। सँभाग के जिले उमरिया में समाज सेवा और मानवता की मिसाल बन चुके हिंदू मुस्लिम एकता मंच ने इस वर्ष भी अपने वार्षिक परंपरा को आगे बढ़ाते हुए गरीब, बेसहारा और मानसिक रूप से दिव्यांग जनों को कम्बल वितरण कर उनकी सहायता की। जैसे-जैसे ठंड ने दस्तक दी है, वैसे-वैसे जिले के कई ऐसे परिवार सामने आते हैं जिनके पास न पर्याप्त गर्म कपड़े होते हैं और न ही ठंड से बचने के साधन। ऐसे समय में हिंदू मुस्लिम एकता मंच द्वारा किया गया यह अभियान न केवल राहत देता है, बल्कि समाज में यह संदेश भी पहुंचाता है कि इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मंच के सदस्यों ने शहर और आस-पास के गांवों में उन लोगों को चिन्हित किया जो अत्यधिक जरूरतमंद स्थिति में हैं जैसे झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले परिवार, सड़क किनारे रहने वाले, वृद्धजन, असहाय महिलाएं और मानसिक रूप से अस्वस्थ लोग। बढ़ती सर्दी को देखते हुए सबसे पहले इन्हीं लोगों तक कम्बल पहुंचाना प्राथमिकता थी। मंच के कार्यकर्ताओं ने ठंड के रातों में भी भ्रमण कर ऐसे लोगों तक कम्बल पहुँचाया जो अक्सर स्वयं मांग भी नहीं पाते। मंच की टीम ने बताया कि यह अभियान मात्र एक दिन की गतिविधि नहीं, बल्कि पूरी सर्दी भर लगातार चलाया जाएगा। संगठन का मानना है कि “जरूरतमंद को जरूरत के समय सहायता देना ही सबसे बड़ा पुण्य है। संस्थापक मो. असलम शेर का संबोधन मानवता हमारा धर्म है। कम्बल वितरण कार्यक्रम के दौरान हिंदू मुस्लिम एकता मंच के संस्थापक मो. असलम शेर ने भावपूर्ण उद्बोधन देते हुए कहा कि मंच का उद्देश्य कभी भी किसी धर्म, जाति या वर्ग तक सीमित नहीं रहा है। मंच की स्थापना ही इस सोच के साथ हुई थी कि समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलना है और ज़रूरतमंदों की हर संभव सहायता करनी है। हमारी पहचान न हिंदू से है, न मुस्लिम से। हमारी पहचान सिर्फ और सिर्फ मानवता से है। जो ठंड में ठिठुर रहा है, वह किसी धर्म का नहीं, बल्कि हमारी जिम्मेदारी है। इसलिए मंच पूरी सर्दी तक लगातार अभियान चलाएगा और हर गरीब तक कम्बल पहुंचाएगा।असलम शेर ने कार्यकर्ताओं और जिले के युवा साथियों को समाज सेवा में सक्रिय रहने की अपील करते हुए कहा कि समाज की एकता और भाईचारा तभी मजबूत होगा जब हर व्यक्ति दूसरों के कष्टों को अपना कष्ट समझकर आगे आएगा। उन्होंने यह भी बताया कि कार्यक्रम में दिए गए कम्बल स्थानीय दानदाताओं, समाजसेवियों और मंच सदस्यों के सहयोग से जुटाए गए हैं। मंच का उद्देश्य सिर्फ वितरण करना नहीं है, बल्कि समाज में एकजुटता और संवेदना की भावना पैदा करना है, ताकि हर व्यक्ति यह समझ सके कि “सहयोग किसी एक समुदाय का नहीं, बल्कि पूरे समाज का दायित्व है। संयोजक राजेंद्र कोल का उद्बोधन सर्दी भर जारी रहेगा सेवा का यह अभियान। हिंदू मुस्लिम एकता मंच के संयोजक राजेंद्र कोल ने कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में बताया कि मंच द्वारा चलाए जा रहे कम्बल वितरण कार्यक्रम का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले के प्रत्येक ब्लॉक, ग्राम पंचायत और शहरी क्षेत्रों में टीम बनाकर कम्बल वितरण किया जाएगा, ताकि किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को ठंड में कष्ट न झेलना पड़े। राजेंद्र कोल ने कहा हमारी टीम दिन-रात मैदान में है। कहीं भी कोई व्यक्ति बिना गर्म कपड़ों के दिखाई देता है, तो तुरंत कम्बल उपलब्ध कराया जाता है। हमारा लक्ष्य है कि इस ठंड में उमरिया जिला का कोई भी गरीब, वृद्ध या दिव्यांग असहाय महसूस न करे।उन्होंने मंच के कार्यकर्ताओं की सराहना करते हुए कहा कि युवा पीढ़ी का समाज सेवा में बढ़-चढ़कर भाग लेना जिले के लिए गर्व की बात है। राजेंद्र कोल ने सभी सामाजिक संगठनों, दानदाताओं और आम नागरिकों से इस अभियान में सहयोग करने की अपील भी की और बताया कि सहायता राशि या सामग्री प्रदान करने वालों का मंच द्वारा आभार प्रकट किया जाएगा। इस अवसर पर उपस्थित हिन्दू मुस्लिम एकता मंच के मो. अल्ताफ अब्दुल साबित कृष्णकांत तिवारी मो मंसूर हनीफ खान आकाश द्विवेदी अम्बर शुक्ला सरताज शाह आदि उपस्थित रहे।

