छात्र-छात्राओं ने जिला क्षय केंद्र का किया भ्रमण

भारत को टी.बी. मुक्त बनाने सहित अन्य विषयों पर दी गई जानकारी 


Junaid khan - शहडोल। 30 नवंबर 2025- पंडित शंभू नाथ शुक्ल विश्वविद्यालय शहडोल के समाज शास्त्र विषय के विद्यार्थियों ने जिला क्षय केंद्र (टीबी अस्पताल) में भ्रमण किया। जिला क्षय केंद्र में पदस्थ जिला कार्यक्रम समन्वयक मीनाक्षी पटेल ने विद्यार्थियों को टीबी मुक्त भारत बनाने एवं अन्य विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है जो की हवा के द्वारा फैलती है। टीबी दो प्रकार की होती है-एक फेफड़ों की टीबी जिसे पल्मोनरी टीबी कहते हैं तथा दूसरा अन्य अंग की टीबी जिसे एक्स्ट्रा पलमोनरी कहते हैं। पलमोनरी टीबी ज्यादा संक्रामक होती है, इसके मरीज के द्वारा खांसने या छींकने से उसके जीवाणु हवा से फैलते हैं और अन्य व्यक्तियों को संक्रमित करते हैं। वर्तमान में टीबी की रोकथाम के लिए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। शहडोल जिले में टीबी की रोकथाम के लिए 05 टी बी यूनिट सहित 15 माइक्रोस्कोपिक सेंटर संचालित है, जहां पर संभावित टीबी मरीजों की नि:शुल्क जांच होती है एवं पॉजिटिव आने पर नि:शुल्क उपचार किया जाता है। टीबी के मरीजों को सामाजिक सहयोग देने के लिए "निक्षय मित्र" बनाए जाते हैं जो अपने क्षेत्र के टीबी मरीजों को गोद लेकर उनकी सहायता करते हैं। उन्हें पोषण आहार प्रदान करते हैं, उन्हें जागरुक करते हैं साथ ही उनको पूर्ण औषधि लेने के लिए प्रेरित करते हैं। शासन की ओर से टी बी मरीजों को पूर्ण उपचार के दौरान प्रतिमाह कुछ  राशि प्रदान की जाती हैं, जिसे पोषण आहार योजना कहा जाता है। इसी प्रकार अन्य बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। इस अवसर पर श्री विक्रम कल्याणी एवं एम एस डब्ल्यू के विजिटिंग फैकल्टी श्री  नितिन गर्ग,डॉ.सी.के. त्रिपाठी,  तृतीय सेमेस्टर के छात्र शालिनी चतुर्वेदी, कमल द्विवेदी, किशन , आयुष मिश्रा, अंजली गौतम ,आंचल शर्मा, आकांक्षा गुप्ता, अंजली गुप्ता, भारती सिंह, सोनू ,लक्ष्मीकांत यादव तथा प्रथम सेमेस्टर से नीलाक्षी सिंह ,श्वेता तिवारी ,सीमा सिंह, शाहीन, विद्या सिंह, रामबाबू पटेल, संदीप , पिंकी कुशवाहा ,धनेश्वरी ,खुशबू मिश्रा, कीर्ति पाव, अनामिका शर्मा, एवं उमा प्रजापति आदि उपस्थित रहे।

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